श्रीलंकाई क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान कुमार संगकारा ने कहा है कि बाये-बबल (जैव सुरक्षा घेरा) तोड़ने वाले खिलाड़ियों से अपराधी जैसा व्यवहार न करें। संगकारा ने ये बात इसलिए कही है क्योंकि तीन खिलाड़ियों कुसल मेंडिस, दानुष्का गुणातिलका और निरोशन डिकवेला को बायो-बबल तोड़ने के कारण तत्काल निलंबित कर श्रीलंका बुला लिया गया था। इससे श्रीलंकाई प्रशंसकों को भी भारी निराशा हुई क्योंकि ये तीनों ही टीम के अनुभवी खिलाड़ी हैं।
संगकारा ने अनुभवी खिलाड़ियों के साथ इस प्रकार के व्यवहार पर नाराजगी व्यक्त की है। उन्हें लगता है कि श्रीलंका लौटने पर खिलाड़ियों को अपराधियों की तरह दिखाने की जगह उन्हें पर्याप्त समर्थन मिले।
इस पूर्व विकेटकीपर-बल्लेबाज संगकारा ने कहा कि खिलाड़ियों को इस मामले पर सलाह देकर उन्हें इससे उबरने में सहायता करनी चाहिए। इसमें कोई संदेह नहीं है कि इन तीनों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी, लेकिन इन खिलाड़ियों को सकारात्मक जीवन शैली पर ध्यान केंद्रित कर बेहतर व्यक्ति बनाने के तरीके निकालने चाहिए।
उन्होंने कहा, ‘तीनों ही बहुत सीनियर खिलाड़ी हैं, एक उप-कप्तान भी है। मामले की जांच होगी लेकिन मुझे उम्मीद है कि ना केवल क्रिकेटरों के रूप में बल्कि एक इंसान के रूप में भी उन्हें बेहतर बनाने के लिए समर्थन और परामर्श उपलब्ध कराया जाना चाहिए, ताकि वे वास्तव में मैदान पर और बाहर सकारात्मक जीवन शैली पर अपना ध्यान केंद्रित कर सकें।