उपभोक्ता परिषद के साप्ताहिक वेबीनार में उठा मामला
वेबीनार में उपभोक्ताओं ने प्रमुखता से यह भी उठाया मुद्दा उठाया नेवर पेड वाले विद्युत उपभोक्ताओं में बडी संख्या में वह उपभोक्ता भी शामिल जिनकी आर्थिक स्थिति कमजोर लेकिन उन्हें प्रत्येक माह बिजली का बिल न देकर एक साथ भेजा गया बिजली का बिल जिससे न चाहकर भी वह नहीं जमा कर पा रहे बिजली का बिल
लखनऊ 9 नवंबर : उपभोक्ता परिषद के साप्ताहिक वेबीनार में आज उत्तर प्रदेश में लगभग 67 लाख 41118 उन विद्युत उपभोक्ताओं पर चर्चा की गई जिनके द्वारा 24 मई 2024 तक आज तक कभी भी बिजली का भुगतान नहीं किया गया। बड़े पैमाने पर उपभोक्ताओं ने इस गंभीर मुद्दे पर अपनी बात रखी सबसे पहले उत्तर प्रदेश राज्य विद्युत उपभोक्ता परिषद के अध्यक्ष अवधेश कुमार वर्मा ने कहा 24 मई 2024 के अंत तक पूर्वांचल में 2 लाख 71511 विद्युत उपभोक्ताओं ने कभी बिजली का बिल नहीं जमा किया। दक्षिणांचल में 8 लाख 70301 विद्युत उपभोक्ताओं ने कभी बिजली का बिल नहीं जमा किया और मध्यांचल में 22 लाख 62198 विद्युत उपभोक्ताओं ने कभी बिजली का बिल नहीं जमा किया और पूर्वांचल में 33 लाख 17368 विद्युत उपभोक्ताओं ने कभी बिजली का बिल नहीं जमा किया और केस्को में 19 हजार 740 विद्युत उपभोक्ताओं ने कभी बिजली का बिल नहीं जमा किया और इस प्रकार पांचो बिजली कंपनियां मैं लगभग 67 लाख 41118 विद्युत उपभोक्ताओं ने बिजली का बिल नहीं जमा किया इसका क्या कारण है ? इस पर हम सभी को चिंता भी करनी चाहिए और पता भी करना चाहिए कि ऐसा क्यों हुआ?
सभी विद्युत उपभोक्ताओं ने सर्वसम्मत से नेवर पेड विद्युत उपभोक्ताओं के लिए एक मौका बिजली कंपनियों से मांगते हुए उनके ब्याज माफी के लिए एक मुस्त समाधान योजना लाने की भी मांग की गई और वह भी टाइम- बाउंड इसके बाद निश्चित ही सुधार दिखेगा।
प्रदेश के जनपदों नोएडा, प्रतापगढ, मऊ, गाजियाबाद, फिरोजाबाद, हरदोई, मैनपुरी, आजमगढ़, बुलंदशहर, लखीमपुर खीरी, कानपुर से जुड़े उपभोक्ताओं में हरेंद्र कुमार, विनोद कुमार गुप्ता, योगेंद्र दुबे, अनुराग माही, संदीप कुमार गुप्ता, सानू कुमार, सुमित अग्रहरि, विजय प्रताप सिंह रावत, रामकुमार ने अपनी बात रखते हुए कहा कि बिजली विभाग बड़ी संख्या में गरीब उपभोक्ताओं का बिजली का बिल प्रतिमाह न भेज कर 6 माह व 1 साल में भेजता है जिसकी वजह से बिल अधिक होने की वजह से एक साथ बिजली का भुगतान नहीं कर पाता और अंततः बकाया बढता गया बड़ी संख्या में ऐसे भी विद्युत उपभोक्ता है जिनका विद्युत बिल ही गलत बनाया गया है इसलिए वह बिजली का बिल नहीं जमा कर रहे बहुत से उपभोक्ताओं ने एक महत्वपूर्ण मुद्दा उठाया कहा सौभाग्य के अंतर्गत लाखों की संख्या में ऐसे विद्युत उपभोक्ता है जिनके घर पर मीटर और केबल दे दी गई लेकिन आज भी पोल से उनकी बिजली नहीं जोडी गई. मीटर उनके घर में धूल फाक रहा है बिजली मिल नहीं रही है ऐसे में बिजली विभाग के कंप्यूटर में उनका भी बिल चल रहा है तो 67 लाख विद्युत उपभोक्ताओं में 10 से 15 प्रतिशत विद्युत उपभोक्ता तो इसी प्रकार के हैं और वास्तव में अन्य जो विद्युत उपभोक्ताओं ने कभी बिजली का भुगतान नहीं किया उनके लिए एक बार अंतिम मौका देते हुए नेवर पेड के लिए एक मुस्त समाधान योजना लाकर उनका अधिभार माफ करते हुए उन्हें मौका दिया जाना चाहिए सार्थक प्रयास से निश्चित ही सभी विद्युत उपभोक्ता भुगतान की लाइन में लगेंगे।