ऊर्जा मंत्री ने कहा सरकार अध्यन रिपोर्ट पर करेगी विचार और कराएगी परीक्षण
उपभोक्ता परिषद द्वारा उठाये गए मुद्दे के बाद महंगी बिजली सरेंडर के मामले से निजीघरानों में हड़कंप मच गया गया है। उत्तेर प्रदेश के ऊर्जा मंत्री ने कहा कि भाजपा सरकार इस विषय पर जरूर अध्धयन करेगी और परीक्षण भी कराएगी।
बता दें कि पूरे देश में सभी राज्य अपने उपभोक्ताओ को सस्ती बिजली उपलब्ध कराने के लिए हर सम्भव प्रयास कर रहे है। उपभोक्ता परिषद ने कहा कि सभी को पता है पूर्व में पूरे देश में एमओयू रुट के जो प्रोजेक्ट निजी व सरकार के अधीन स्थापित किए गए उनकी महंगी बिजली की वजह से उपभोक्ताओ की बिजली दर लगातार बढ़ रही है।
परिषद ने कहा कि देश के अनेको राज्यों ने अपनी महंगी बिजली सरेंडर की पूरे देश में 2019 के बाद उत्तर प्रदेश के अलावा अनेको राज्यों के दर्जनों बिजली कम्पनियों ने अब तक केंद्रीय सेक्टर एनटीपीसी की 5750 मेगावाट महंगी बिजली सरेंडर की उसी आधार पर प्रदेश में उपभोक्ताओ को सस्ती बिजली मिले, उपभोक्ता परिषद ने एक अध्यन रिपोर्ट तैयार की जिसको लेकर आज उप्र राज्य विद्युत उपभोक्ता परिषद के अध्यक्ष व राज्य सलाहकार समिति के सदस्य अवधेश कुमार वर्मा नेे प्रदेश के ऊर्जामंत्री श्री श्रीकांत शर्मा से शक्तिभवन में उनके कार्यालय में मुलाकात कर ऊर्जा मंत्री एक अहम बैठक की और परिषद द्वारा बनाई गयी। अध्यन रिपोर्ट को सौपते हुए महंगी बिजली को सरेंडर करने की मांग उठाई ।
परिषद का कहना है कि द्वारा ऊर्जा मंत्री को सौपी गयी अध्यन रिपोर्ट के बाद निजीघरानो में हड़कंप मच गया और एक बार फिर यह चर्चा शुरू हो गयी की महंगी बिजली खरीद बहुत दिन तक नहीं चलने वाली भले अनुबंध में बदलाव किया जाय।
परिषद ने एक प्रेस नोट के माध्यम से अवगत कराया कि अपनी अध्यन रिपोर्ट में प्रदेश में रू0 5 प्रति यूनिट से ज्यादा महंगी बिजली खरीद को अबिलम्ब प्रथम चरण में सरेंडर किया जाय। जिसमे केस -1 में रुपया रू0 5.89 प्रति यूनिट से लेकर रू0 5.97 प्रति यूनिट में खरीद की जा रही एमबी पावर केएसके महानंदी व आरकेएम पावर की बिजली को महगी बिजली बताते हुए सरेंडर करने की मांग उठाई वही बजाज ग्रुप की ललित पुर व उनकी 5 छोटी इकाइयो कुंदरकी खंभाणखेड़ा बरखेड़ा मकसूद पुर उतरौला से खरीद की जा रही रुपया रू0 5.36 प्रति यूनिट सेरू0 5.66 प्रति यूनिट को महंगी बिजली बताते हुए सरेंडर करने की सलाह जनहित में दी वही केंद्रीय सेक्टर एनटीपीसी के ऊंचाहार की 1 से लेकर छोटी थी इकाईयो से खरीद की जा रही बिजली रुपया रू0 5.35 प्रति यूनिट से रुपया रू0 5.68 प्रति यूनिट को भी महगी बिजली बताकर सरेंडर करने की सलाह दी और साथ ही एनटीपीसी की झज्जर दादरी टी -1 व दादरी टी-2 की बिजली को भी रुपया रू0 6.03 प्रति यूनिट रुपया से रू0 6.05 प्रति यूनिट में खरीद की जा रही बिजली को महगी बिजली बताया और कहा सरेंडर करना जनहित में होगा इसका लाभ निश्चित ही आने वाले समय में जनता को मिलेगा।
ऊर्जा मंत्री श्री शर्मा ने मामले की गम्भीरता को देखते हुए तत्काल चेयरमैन पावर कार्पोरेशन को को यह लिखित निर्देश जारी किया कि उपभोक्ता परिषद के अध्यन रिपोर्ट पर गम्भीरता से परीक्षण कर उपभोक्ता हित में निर्णय लें। साथ ही परिषद अध्यक्ष को अस्वाशन भी दिया कि सरकार आम गरीब घरेलु उपभोक्ताओ किसानों के साथ है।
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