सबसे पहले जान लें कि आपको डायबिटीज है तो कैसे पहचाने:
हर व्यक्ति को साल में एक बार ब्लड शुगर की जांच जरूर करानी चाहिए। जिन लोगों में प्री मधुमेह हैं, उन्हें हर छह माह में जांच करानी चाहिए। एचबीए1सी की जांच करा लेने से औसत ब्लड ग्लूकोज की स्थिति का अंदाजा लग जाता है। चिकित्सकों के मुताबिक ब्लड शुगर जब बढ जाता है तो ठीक से नींद नहीं आती हैं। बहुत प्यास लगती है। बार-बार पेशाब लगती है। धुंधला दिखाई पड़ता है। कुछ समय बाद कान से भी कम सुनाई पड़ने लगता है। इसी तरह जब ब्लड शुगर कम हो जाता है तो कंपन महसूस होती है। पसीना आता है। तेज भूख लगती है। बेचैनी, चिड़चिड़ापन महसूस होता है। इसी तरह यदि शरीर के किसी हिस्से में घाव है तो वह जल्दी ठीक नहीं होता है। ऐसा महसूस होता है कि कोई तलवे में सूई चुभो रहा है। न्यूरोपैथी की वजह से कई बार हाथ- पैर सुन्न हो जाते हैं। कई बार घाव होने पर उसमें दर्द भी नहीं महसूस होता है। इस तरह से लक्षण होने पर तत्काल चिकित्सक से सलाह लेनी चाहिए।
तो आइए जानें डायबिटीज के मरीजों के लिए असरदार आयुर्वेदिक उपाय-
गिलोय:
डायबिटीज में गिलोय एक जादुई दवा की तरह काम करता है। इसका जूस डायबिटीज के मरीजों के लिए काफी फायदेमंद होता है इसे पीने से रक्त शर्करा के स्तर में सुधार होता है। इसके अलावा गिलोय में एंटी इंफ्लेमेटरी गुण पाए जाते हैं।
करेला:
आयुर्वेद के अनुसार, करेला डायबिटीज के मरीजों के लिए किसी वरदान से कम नहीं है। इसमें ऐसे गुण पाए जाते हैं, जो ब्लड शुगर लेवल को सामान्य रखते हैं। इसमें पॉलीपेप्टाइड-पी नामक इंसुलिन जैसा यौगिक होता है, जो रक्त शर्करा के स्तर को कम करने में मदद करता है करेला ग्लुकोज के उपयोग को बेहतर बनाने में भी मददगार है। अगर आप डायबिटीज के मरीज हैं, तो अपनी डाइट में करेला जरूर शामिल करें।
गुड़मार:
गुड़मार का उपयोग आयुर्वेदिक चिकित्सा में सदियों से किया जा रहा है। डायबिटीज के मरीजों लिए गुड़मार काफी फायदेमंद है। यह नेचुरल तरीके से डायबिटीज को कंट्रोल करने में मदद करता है। इसके सेवन से ब्लड शुगर का लेवल समान्य होता है गुड़मार डायबिटीज का रामबाण इलाज है। इसे जिम्नेमा सिल्वेस्ट्रे के नाम से भी जाना जाता है।
आंवला :
हेल्थ एक्सपर्ट के अनुसार, आंवला में विटामिन सी और एंटीऑक्सीडेंट गुण पाए जाते हैं। यह शुगर लेवल को कंट्रोल करने में मदद करता है। इसमें मौजूद एंटी ऑक्सीडेंट गुण ऑक्सीडेटिव स्ट्रेस को कम करता है, जिससे आपका डायबिटीज कंट्रोल में रहता है।
जामुन :
जामुन को ब्लैक प्लम के रूप में भी जाना जाता है। यह रक्त शर्करा के स्तर को कम करने में सहायता करता है। इसमें एंथोसायनिन, एलाजिक एसिड और पॉलीफेनोल्स पाए जाते हैं। डायबिटीज के मरीजों के लिए जामुन या इसका जूस भी काफी फायदेमंद होता है। यह रक्त शर्करा के स्तर को कंट्रोल करने में मदद करता है। इस फल का ग्लाइसेमिक इंडेक्स कम होता है, जो शुगर के मरीजों के लिए काफी फायदेमंद है। इसमें फाइबर पर्याप्त होता है, यह पाचन को बेहतर बनाता है।