- केंद्रीय विद्यालय अरमापुर, कानपुर ने किया सीमैप का भ्रमण, वैज्ञानिक विद्यार्थी ने संवाद में जाने सहजन के स्वास्थ्य लाभ
लखनऊ, 29 जुलाई 2019: आज सीएसआईआर केवीएस के एक जिज्ञासा कार्यक्रम में वैज्ञानिक विद्यार्थी का समागम हुआ। कानपुर से 150 विद्यार्थियों तथा 10 शिक्षकों के दल ने प्रयोगशाला के वैज्ञानिक सुविधा केंद्र, मानव पार्क, हर्बल पौधों का उपयोग, गुलाब जल निर्माण, जैव एवं रसायन प्रौद्योगिकी की गुणवत्ता निर्धारण मंत्रों को जाना और वैज्ञानिकों से सीधे संवाद किया।
एक विशेष सत्र में “सहजन के लोक वनस्पति उपयोग” पर डा. आनंद प्रकाश, वरिष्ठ प्रधान वैज्ञानिक, राष्ट्रीय वनस्पति अनुसंधान संस्थान, लखनऊ ने विद्यार्थियों को सहजन मोरिंगा के स्वास्थ्य गुणों पहचान एवं जीवन की खानपान शैली का भाग बनाने के बारे में जानकारी दी।
उन्होंने बताया कि सहजन जिसकी पत्ती में एंटी ऑक्सीडेंट विटामिन, मिनरल होते हैं और गाजर, केला, पालक, दूध, दही, संतरा से 10 से 15 गुना अधिक पौष्टिक तत्व होते हैं।
सीमैप की कार्यकारी निदेशक डा. अब्दुल समद ने बच्चों को सहजन का पौधा भेंट किया और सहजन का बीज बांटा ताकि वह स्कूल का घर में पौधा लगाकर उसका लाभ ले सकें।
जिज्ञासा कार्यक्रम के नोडल ऑफिसर डॉ आलोक कृष्णा ने बताया कि अब तक केंद्रीय विद्यालय के 500 विद्यार्थी भ्रमण कर चुके हैं और जल संरक्षण, प्रदूषण, प्लास्टिक के प्रति जागरूकता व्याख्यान वैज्ञानिकों से सुन चुके हैं
इस अवसर पर डा. पूजा खरे, डा. चंदन सिंह चुनौटिया, इंजीनियर सुदीप टंडन, डा. आर एस वर्मा, डा. आरपी पटेल, डा. अनिल कुमार सिंह, सुश्री अंजू यादव, डा. रक्षपाल सिंह ने विभिन्न प्रयोगशाला में विद्यार्थियों के प्रश्नों के जवाब दिए एवं जिज्ञासु प्रश्नों का जवाब दिया।