Close Menu
Shagun News India
    Facebook X (Twitter) Instagram
    Facebook X (Twitter) Instagram
    Monday, May 19
    Shagun News IndiaShagun News India
    Subscribe
    • होम
    • इंडिया
    • उत्तर प्रदेश
    • उत्तराखंड
    • राजस्थान
    • खेल
    • मनोरंजन
    • ब्लॉग
    • साहित्य
    • पिक्चर गैलरी
    • करियर
    • बिजनेस
    • बचपन
    • वीडियो
    Shagun News India
    Home»अध्यात्मिक

    असीमित इच्छाओं का गुलाम है मनुष्य

    ShagunBy ShagunJanuary 8, 2025 अध्यात्मिक No Comments4 Mins Read
    Facebook Twitter LinkedIn WhatsApp
    Share
    Facebook Twitter LinkedIn WhatsApp
    Post Views: 144

    इस बात से कोई इंकार नहीं करेगा कि मनुष्य अपनी असीमित इच्छाओं का गुलाम है और इसीलिए जन्म से लेकर मृत्यु तक के उसके सफर में उसकी कोई न कोई इच्छा अधूरी रह ही जाती है, जिसके फलस्वरूप उसे फिर से इस धरती पर जन्म लेना पड़ता है महापुरुषों के मतानुसार, यदि मनुष्य की आत्मा अपनी इच्छाओं व आकांक्षाओं और आवश्यकताओं के बीच के अंतर को समझ ले तो काफी हद तक वह अपने जीवन को सुखी बना सकता है हम अपनी सभी इच्छाओं को कभी भी पूरा नहीं कर सकते हैं, पर हमारी आवश्यकताएं अवश्य पूर्ण हो सकती हैं क्योंकि आवश्यकताएं वे हैं जो हमारे जीवन रथ को चलाने में अनिवार्यत: काम में आती हैं और उन्हें जुटाये बिना जीवित रह सकना संभव नहीं होता वहीं इच्छाएं वे हैं जिनके बिना कोई काम रुकता नहीं पर बड़प्पन जताने और अहंकार बढ़ाने के लिये अकारण ही उन्हें संग्रह किया जाता है आवश्यकता के लिये धन कमाना अच्छी बात है, परंतु धन की अधिक भूख यानी मन की इच्छा के अनुरूप धन मनुष्य को पतन की ओर ले जाती है इस तथ्य को हमें भूलना नहीं चाहिए इसलिए यदि हम अपनी इच्छाओं को कम कर दें तो जीवन की अनेक समस्याएं अपने आप ही सुलझ जायेंगी।

    कहते हैं कि जो मनुष्य स्वयं ‘इच्छा मात्रम् अविद्या’ होकर सर्व की इच्छा पूर्ण कर सकता है वह सबसे बड़ा संपत्तिवान है किंतु क्या ऐसा संभव है कि कोई व्यक्ति अपनी सर्व इच्छाओं को त्यागकर ‘इच्छा मात्रम् अविद्या’ की स्थिति को प्राप्त करे अवश्य ही संभव है किंतु उसके पहले हमें यह समझना होगा कि इच्छा और आवश्यकता में अंतर क्या है इच्छाएं मन से और आवश्यकताएं शरीर से जुड़ी हैं जरूरत न होने के बावजूद भी मन अनावश्यक आवश्यकताओं का निर्माण कर लेता है और फिर ध्यान देने पर पता चलता है कि इनका अस्तित्व कभी आवश्यकता के रूप में था ही नहीं इसीलिए चिंतकों के द्वारा यह कहा गया है कि ‘इच्छाएं तो स्वप्न की भांति हैं और इनकी न पाताल में न आकाश में कहीं भी कोई जड़ें नहीं हैं तो फिर इन्हें तृप्त कैसे किया जा सकता है इसके विपरीत आवश्यकताओं की तो तृप्ति होती है और इसीलिए यह कहावत है कि ‘पेट तो भरा जा सकता है लेकिन पेटी नहीं’ उदाहरणत: जब हमें भूख लगती है तो नि:संदेह भोजन की आवश्यकता खत्म होते ही हम रुक जाते हैं क्योंकि पेट कहता है ‘बस’ लेकिन मन कहता है थोड़ा और… कितना स्वादिष्ट भोजन है यही है इच्छा मान लीजिए एक व्यक्ति भोजन की आवश्यकता को दबाकर उपवास रख लेता है किंतु वह अपने मन की इच्छाओं का दमन नहीं कर पाता क्योंकि पूर्णता तो इच्छाओं का स्वभाव ही नहीं है।

    अत: यथार्थ समझ से ही हम इच्छाओं को समाप्त कर सकते हैं अन्यथा वह हमारे जीवन में बहुत बड़ा नुकसान ला सकती हैं आज समस्त मानवता अपने सुंदर मार्ग से भटक गई है और उसका मूल कारण है अतृप्त इच्छाएं जो व्यक्ति दूसरों की तुलना में अधिक संपत्तिवान बनना चाहता है वह अपनी और ईश्वर की निगाह में गिर जाता है परन्तु जो व्यक्ति निष्काम भाव परोपकार के लिये धन कमाता है वह अपने जीवन में आनंद और ईश्वर की निगाह में बहुत ऊपर उठ जाता है स्मरण रहे जीवन सीमित है और मनुष्य की कार्य क्षमता मर्यादित है अब इस अवसर को कैसे खर्च किया जाये, यह सबकी अपनी सोच पर निर्भर करता है कोई व्यर्थ की इच्छाओं से शून्य और यथार्थ आवश्यकताओं की पूर्ति से संपन्नता के मार्ग पर तीव्रता से अग्रसर होकर मंजिल प्राप्त कर सकता है और कोई अपनी अनियंत्रित इच्छाओं के पीछे भागते हुए संपूर्ण जीवन नष्ट कर सकता है हम यहाँ इच्छाओं को त्यागने की बात नहीं कर रहे है बल्कि उन्हें कम करने की बात कर रहे हैं इच्छाएं सीमित हों पर बड़ी न हों पर आप की सामर्थ्य के अनुरूप हों ताकि आप मंजिल को पूरा कर सकें व्यर्थ की इच्छाओं को त्यागकर मंजिल की ओर बढ़ें।
    – अजीत कुमार सिंह

    Shagun

    Keep Reading

    मरी माता मंदिर : भारी संकटों से बचाती हैं मरी माता

    जासूसी में यूट्यूबर ज्योति मल्होत्रा को जेल, जानिए कितने सालों की हो सकती है सजा?

    यह हैं भारत के सबसे खतरनाक टूरिस्ट प्लेस, जहाँ जाने पर कंपकपी छूट जाएगी

    जानिए चमत्कारिक किस्से बाबा के भक्त से : जब बाबा नीब करौरी की कृपा से नास्तिक बना आस्तिक

    बदजुबानी में नेताओं का कोई मुकाबला नहीं

    ‘ऑपरेशन सिंदूर’ का ट्रेलर दिखाया, अभी पूरी पिक्चर बाकी: रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह का पाकिस्तान को कड़ा संदेश

    Add A Comment
    Leave A Reply Cancel Reply

    EMAIL SUBSCRIPTIONS

    Please enable JavaScript in your browser to complete this form.
    Loading
    Advertisment
    NUMBER OF VISITOR
    69688
    Visit Today : 289
    Visit Yesterday : 315
    Hits Today : 17828
    Total Hits : 4155450
    About



    ShagunNewsIndia.com is your all in one News website offering the latest happenings in UP.

    Editors: Upendra Rai & Neetu Singh

    Contact us: editshagun@gmail.com

    Facebook X (Twitter) LinkedIn WhatsApp
    Popular Posts

    मरी माता मंदिर : भारी संकटों से बचाती हैं मरी माता

    May 18, 2025

    जासूसी में यूट्यूबर ज्योति मल्होत्रा को जेल, जानिए कितने सालों की हो सकती है सजा?

    May 18, 2025

    लोग कह रहे हैं कि उन्हें सरू की कहानी बड़ी अपनी सी लग रही है: सरू

    May 18, 2025

    विशाल मेगामार्ट में निकली बम्पर सिक्योरिटी गॉर्ड की नौकरी, मीम्स में रूस के राष्ट्रपति भी पीएम मोदी से पूँछ बैठे आपने बताया नहीं दोस्त

    May 18, 2025

    पाक मीडिया ने खोल दी अपने ही विदेश मंत्री को पोल, फैक्ट चेक में फर्जी निकली तस्वीर

    May 17, 2025

    Subscribe Newsletter

    Please enable JavaScript in your browser to complete this form.
    Loading
    © 2025 © ShagunNewsIndia.com | Designed & Developed by Krishna Maurya

    Type above and press Enter to search. Press Esc to cancel.

    Newsletter
    Please enable JavaScript in your browser to complete this form.
    Loading