कांग्रेस के जाने-माने नेता और अंग्रेजी के वरिष्ठ स्कॉलर शशि थरूर ने सीबीआई द्वारा अपने साथी पी. चिदंबरम के खिलाफ हुए ब्यवहार की कड़े शब्दों में निंदा की है,
उन्होंने सरकार के एक्शन को “एक्जेस्परेटिंग फर्रागो” बताया है।
उधर, मोदी सरकार के सभी मंत्री इस शब्द का अर्थ पता करने के काम में लग गये हैं।
शशि थरूर की इंग्लिश
हालाँकि जब थरूर से उनके शब्दों का मतलब समझाने को कहा गया
तो उन्होंने कहा कि
भाजपा के सारे दावे “ब्लिस्टरिंग बर्नेकल्स” हैं।
अब बीजेपी के सभी मंत्री “एक्जेस्परेटिंग फर्रागो” को बीच में छोड़कर “ब्लिस्टरिंग बर्नेकल्स” का अर्थ पता करने में जुट गये हैं।
खबर मिली है कि
थरूर के शब्दों के भारी बोझ के नीचे कुछ पत्रकार भी दब गए हैं,
जो इस हमले से बचने में कामयाब रहे,
वे ख़ुशी मना रहे हैं।
दरअसल,
थरूर अंग्रेजी भाषा को नये शब्द देने के लिए जाने जाते हैं,
स्वयं ऑक्सफ़ोर्ड डिक्शनरी के बंदे उनके यहाँ पानी भरने आते हैं।
चिदंबरम की गिरफ्तारी के बाद उन्होंने प्रधानमंत्री मोदी को “अनस्क्रप्लस कोकाफोनी” कहा
और चिदंबरम की तारीफ करते हुए उन्हें “रागामफ्फीन वीपर्सनैपर”
करार कर दिया।
थरूर ने ये भी कहा की
आज की मीडिया
“गोब्बलेड़ीगूक गिब्बरिष” हो चुकी है
और भाजपा के साथ मिल कर “लोल्लिगैगिंग” कर रही है,
जिसकी वजह से ये देश जल्द ही “डिसकोम्बोबुलेट” हो सकता है।
सूत्रों के अनुसार सीबीआई के कुछ कर्मचारी थरूर से चिदंबरम के बारे में पूछताछ करने उनके घर उसी वक़्त पहुँचे थे,
जब थरूर मीडिया से बात कर रहे थे,
पर थरूर के शब्द कानों में पड़ते ही वो कर्मचारी भाग खड़े हुए।
कहा जा रहा है कि
वो सारे कर्मचारी हिमालय की ओर भागते देखे गए हैं।