लखनऊ, 19 जून। एपी सेन कॉलेज में हुआ पूर्व शिक्षिकाओं व छात्राओं सम्मेलन का आयोजन यादगार बन गया। समारोह में कॉलेज आई पूर्व छात्राओं ने अपने कॉलेज में बिताए पलों को याद करके साझा किया और खूब मौज मस्ती की। इस सम्मेलन में 1976 बैच से लेकर 2021 तक की छात्राओं ने भाग लिया।
कार्यक्रम का शुभारंभ प्रधानाचार्य प्रो.रचना श्रीवास्तव और पूर्व छात्रा डॉ. अनुराधा विनायक एसोसिएट प्रोफेसर प्राचीन भारतीय इतिहास बीएसएनवी कॉलेज ने दीप प्रज्ज्वलित कर किया। उनके साथ काकोली चटर्जी, सुनैना चोपड़ा (1976 बैच) ने मिलकर सरस्वती प्रतिमा पर पुष्प अर्पित कर ईश्वर का आशीर्वाद प्राप्त किया।
इस अवसर पर कॉलेज की पूर्व शिक्षिकाओं डॉ.अमरलता अग्निहोत्री, डॉ.सरोज मिश्रा, डॉ.शिवानी दुबे, डॉ.माधुरी मिश्रा ने प्रोजेक्टर के स्क्रीन पर पूर्व छात्राओं को आशीर्वाद दिया। अपनी पुरानी शिक्षिकाओ को देखकर पूरा हॉल तालियों से गुंजायमान हो गया। कीर्ति सक्सेना और पूजा प्रजापति के भोजपुरी गीत ‘पिक्चर देखूंगी…’ पर नृत्य करके बिहार की झलक दिखाई।
पुरानी छात्राओ में मणि द्विवेदी, पूजा वर्मा, श्रेया कुमारी ने भावपूर्ण नृत्य प्रस्तुत किया। मोहिनी सिंह के मिले जुले गीतों की श्रंखला ने सभी पुरातन छात्राओं को देर तक नृत्य के साथ झुमाया। कार्यक्रम का कुशल संचालन कीर्ति सक्सेना और मीशा रतन ने किया। डॉ.मोनिका श्रीवास्तव, माधुरी यादव के नेतृत्व में कार्यक्रम सफलतापूर्वक संपादित हुआ। डॉ.रिचा मुक्ता, डॉ.मंजरी सिंह, डॉ.मंदाकिनी राय, डॉ.रश्मि श्रीवास्तव, चंद्रकला, वैशाली, मीनाक्षी शुक्ला, डॉ दीपशिखा सहित सभी प्रवक्ताओं ने पूर्व छात्राओ के लिए खुशनुमा माहौल बनाया।
अंत में निधि अग्रवाल, प्रज्ञा कौशल, संगीता ने गीत- संगीत की अविरल धारा में आयी हुई सभी छात्राओं को उनके पुराने दिन याद कराके सभी के बीच एक अनदेखा अनसुना प्रेम बढा दिया। आज के कार्यक्रम का उद्देश्य यही है कि हम वर्ष में एक बार मिलकर यादों के समुन्दर में बहे भी और दूर होकर भी एक-दूसरे के करीब रहें। अश्रु, प्रेम, निकटता, प्यार, यादों के साथ पुन: मिलने के वादे के साथ महाविद्यालय के प्रांगण से सभी ने गले लग फोन नंबर का आदान-प्रदान करके विदा ली।