नई दिल्ली, 01 अप्रैल। केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (सीबीएसई) पेपर लीक मामले में सरकार पर विपक्ष के प्रहार जारी हैं। राजस्थान कांग्रेस के अध्यक्ष सचिन पायलट ने कहा कि पेपर लीक मामला सीबीएसई की नाकामियों को उजागर करता है। सरकार के किसी भी जिम्मेदार व्यक्ति ने इस मामले की जिम्मेदारी नहीं ली है। यह एक और दुखद तथ्य है। सीबीएसई की गलती का खामियाजा 30 लाख बच्चों को दोबारा परीक्षा में हिस्सा ले कर भुगतना पड़ेगा।
पायलट ने कहा कि मनमोहन सिंह और मोदी के लिए आप अलग कानून नहीं बना सकते हैं। मोदी से सवाल क्यों नहीं किया जा सकता है? साथ ही उन्होंने कहा कि अब तक सरकार के किसी भी शख्स ने इसकी जिम्मेदारी नहीं ली है। पायलट ने कहा जिम्मेदारी लेने के बजाय आरोप-प्रत्यारोप का खेल चल रहा है, लेकिन किसी को इसकी जिम्मेदारी लेनी चाहिए। उल्लेखनीय है कि इससे पहले पायलट समेत कई कांग्रेसी नेता पेपर लीक मामले में सरकार पर आरोप लगा चुके हैं।
कांग्रेस नेता सुरजेवाला ने कहा कि देश के करोड़ों बेरोजगार युवा सड़कों पर हैं और मोदी सरकार व्यवस्थागत तरीके से एक-एक कर देश की संस्थाओं को तबाह कर रही है। कांग्रेस ने आरोप लगाया था कि सरकार के संरक्षण में पेपर लीक हुआ है। सुरजेवाला ने आरोप लगाया कि 8 दिसंबर 2017 को गुजरात से पीएम मोदी की चहेती को अध्यक्ष बनाया गया है। उन्होंने कहा कि जब दिल्ली में पेपर लीक हो रहे हैं, तब महिला निदेशक गुजरात में अपनी माउंटेयनरिंग किताब को प्रमोट करने गई हुई हैं।