अंडमान के द्वीपसमूह में धूल से भरा एक छोटा सा शहर है डिगलीपुर जिसे देखकर आपका मन रोमांच से भर जाएगा। ये शहर एरियल खाड़ी के दक्षिणी छोर में बसा है जबकि इसके उत्तरी बाहरी इलाके में पोर्ट ब्लेयर है। ये इस जगह का सबसे बड़ा द्वीप शहर है और इसके बारे में पर्यटकों को कम ही जानकारी है। अंडमान के द्वीपों की श्रृंखला के उत्तरी भाग पर स्थित इसे छोटे से द्वीप पर आकर आपको बहुत शांति और सुकुन का अहसास होगा। यह दुनिया में कुछ दुर्लभ आकर्षणों के साथ एक उष्णकटिबंधीय स्थान है। नीले पानी के इस छोटे से शहर आपको कई प्राचीन समुद्रतट देखने को मिल जाएंगे। राम नगर डिगलीपुर द्वीप में बसा राम नगर एक छोटा सा गांव है। ये अपनी विस्तृत वनस्पतियों, जीवों और प्राचीन समुद्र तटों के लिए जाना जाता है। राम नगर में मैंग्रोव के जंगलों का विस्तारित क्षेत्र फैला हुआ है।
हरे-भरे मैंग्रोव के जंगलों और लताओं से घिरे इस गांव का दृश्य काफी खूबसूरत है। समुद्र तट पर आप आराम फरमा सकते हैं और कई वॉटर स्पोर्टस का मज़ा भी ले सकते हैं। यह कम भीड़-भाड़ वाले समुद्र तटों में से एक है इसलिए अगर आप एक शांतिपूर्ण जगह पर छुट्टी मनाना चाहते हैं तो राम नगर आपके लिए सबसे बेहतर जगह है।
लामिया खाड़ी स्थानीय लोगों के बीच लामिया खाड़ी कंकड़ समुद्र तट के रूप में अधिक लोकप्रिय है। इस जगह की प्राकृतिक सुंदरता और नीला पानी आपको मंत्रमुग्ध कर देगा। यह अंडमान के द्वीपसमूह में सबसे सुंदर समुद्र तटों में से एक है। समुद्र तट से 800 मीटर की ऊंचाई पर स्थित सैडल चोटी से ये जगह घिरी हुई है। यहां पर आप अपने पार्टनर के साथ एक रोमांटिक सैर का आनंद ले सकते हैं। इस समुद्र तट पर जंगल और कंकड़ मौजूद हैं लेकिन फिर भी ये काफी खूबसूरत जगह है। एल्फ्रेड गुफाएं ये गुफाएं काफी पेचीदा हैं और इसके रहस्य को समझने के लिए आपको इन गुफाओं की गहराई में जाना पड़ेगा।
वास्तव में ये गुफाएं लगभग 42 गुफाओं का एक समूह हैं, जो डिगलीपुर में फैली हुई हैं। गुफाओं के अंदर का रास्ता पूरे द्वीपों के सबसे चुनौतीपूर्ण रास्तों में से एक माना जाता है। इसका रास्ता काफी संकीर्ण और खतरनाक माना जाता है। इन गुफाओं के अंधेरे में आपको प्रकृति के कई रहस्य मिल सकते हैं। श्याम नगर डिगलीपुर प्रदेश का एक छोटा-सा गांव श्यामनगर है। इस जगह का प्राकृतिक सौंदर्य देखकर आपका मन खुशी से खिल उठेगा। श्यामनगर के घने जंगलों से होते हुए मड ज्वालामुखी नामक एक अद्वितीय वैज्ञानिक घटना देख सकते हैं। स्थानीय रूप से इसे ‘जल टिकरी’ के रूप में जाना जाता है। ये मिट्टी के ज्वालामुखी वर्षों से सक्रिय हैं और इनमें से कुछ काफी समय से निष्क्रिय हैं। पूरी दुनिया में सबसे दुर्लभ घटनाओं में से इसे एक कहा जा सकता है। प्रकृति का ये एक अद्भुत उदाहरण है।