लखनऊ । बाबा साहब भीमराव केंद्रीय विश्वविद्यालय में बीते 7 मार्च को संघमित्रा विस्तार महिला छात्रावास में एक लड़की के साथ ऑफिस असिस्टेंट के द्वारा छेड़छाड़ का मामला सामने आया था जिसको लेकर विश्वविद्यालय में तमाम छात्र और छात्राओं ने प्रदर्शन किया था और छात्रों की मांग थी की संघमित्रा विस्तार महिला छात्रावास की मैट्रिन और ऑफिस असिस्टेंट को तत्काल प्रभाव से हटाया जाए और एक कमेटी बनाई जाए जिसमें जांच करके दोनों लोगों को विश्वविद्यालय से बाहर किया जाए और उसके बाद विश्वविद्यालय प्रशासन को मजबूरन छात्रों की बात माननी पड़ी और ऑफिस असिस्टेंट विनय और मैट्रिन रेनू पांडे को तत्काल प्रभाव से हटा दिया गया था और मामला इंटरनल कंप्लेंट कमेटी में भेज दिया गया था जिसको लेकर कल दिनांक 17 मार्च को विश्वविद्यालय प्रशासन ने किसी भी छात्र और छात्रा से उसे मामले को लेकर कोई बात भी नहीं की और लगभग 15 छात्र और छात्राओं को 3 महीने तो फिर किसी को 1 महीने के लिए सस्पेंड कर दिया जिसको लेकर छात्र और छात्राएं आज प्रदर्शन कर रहे हैं
छात्र मांग कर रहे हैं कि विश्वविद्यालय प्रशासन ने हमारा सस्पेंशन किया है उसको तत्काल वापस लिया जाए नहीं तो हम समस्त छात्र और छात्राएं अनिश्चितकालीन धरना प्रदर्शन के लिए बाध्य होंगे और अभी तक विश्वविद्यालय प्रशासन छात्रों की कोई भी बात नहीं मान रहा है।