एक्सीलिया में हुआ बैडमिंटन कोच गौरव और पलक का सम्मान
लखनऊ,13 सितम्बर, 2021: टोक्यो पैरालम्पिक में बैडमिंटन में भारत को चार पदक दिलाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने वाले कोच श्री गौरव खन्ना और मिक्सड डबल में सेमीफाइनल तक पहुंचीं सुश्री पलक कोहली को सोमवार को एक्सीलिया स्कूल में सम्मानित किया गया। इस अवसर पर उन्होंने टोक्यो के अपने अनुभव भी साझा किए।
कार्यक्रम की शुरुआत में गौरव खन्ना और सुश्री पलक कोहली को भारतीय खेल प्राधिकरण के सहायक निदेशक अरुण और वरिष्ठ बैडमिंटन कोच देवेंद्र कौशल ने स्मृति चिह्न प्रदान कर सम्मानित किया। ओमैक्स सिटी सोसायटी के अध्यक्ष एचके सिंह और उपाध्यक्ष एचपी यादव ने भी पुष्प गुच्छ प्रदान कर उन्हें सम्मानित किया। वहीं एक्सीलिया स्कूल के चेयरमैन श्री डीएस पाठक और उपाध्यक्ष श्रीमती मंजू पाठक ने श्रीमती मोहिता खन्ना (पत्नी श्री गौरव खन्ना ) का सम्मान किया।
गौरव खन्ना ने कहा कि टोक्यो में भारतीय टीम ने जो दो स्वर्ण, एक रजत और एक कांस्य पदक जीते हैं, उसके पीछे प्रमोद भगत, कृष्णा नागर, सुहास एलवाई और मनोज सरकार की अथक मेहनत हैं। उन्होंने कहा कि बैडमिंटन को टोक्यो पैरालम्पिक में पहली बार शामिल किया गया था, टीम में सात सदस्य शामिल थे, जिनमें से सिर्फ पलक, पारुल परमार और तरुण ढिल्लन पदक प्राप्त करने से चूक गए। हालांकि ये खिलाड़ी पदक के काफी करीब पहुंच गए थे। उन्होंने उम्मीद जतायी कि 2024 में फ्रांस की राजधानी पेरिस में होने वाले अगले पैरालम्पिक खेलों में भारत का प्रदर्शन और अधिक दमदार होगा।
सुश्री पलक कोहली ने टोक्यो के अपने अनुभव साझा करते हुए कहा कि अपने साथी खिलाडि़यों को जीतते हुए देखना अद़भुत पल थे। उन्होंने कहा, मिक्सड डबल में प्रमोद के साथ सेमीफाइनल में वे जीत के काफी करीब थीं, मगर अंतिम मौके पर कुछ चूक उन्हें भारी पड़ गई। पलक ने कहा कि अब मैं पेरिस पैरालम्पिक में अच्छा प्रदर्शन करना चाहूंगी।
वहीं एक्सीलिया स्कूल के निदेशक श्री आशीष पाठक ने कहा कि पैरालम्पिक में भागीदारी करने वाला प्रत्येक खिलाड़ी सही मायने में हीरो होता है। उसका जज्बा सभी के लिए अनुकरणीय होता है।