प्रदेश के कृषि मंत्री ने आचार्य नरेंद्र देव कृषि विश्वविद्यालय एवं बांदा कृषि विश्वविद्यालय द्वारा संचालित कृषि विज्ञान केंद्रों के कार्यों की प्रगति समीक्षा की
लखनऊ, 153 जून 22: उत्तर प्रदेश के कृषि, कृषि शिक्षा एवं अनुसंधान मंत्री सूर्य प्रताप शाही ने कृषि भवन लखनऊ में आचार्य नरेंद्र देव कृषि विश्वविद्यालय अयोध्या एवं बांदा कृषि विश्वविद्यालय द्वारा संचालित कृषि विज्ञान केंद्रों तथा एनजीओ व अन्य संस्थाओं द्वारा चलाये जा रहे कृषि विज्ञान केंद्रों के कार्यों की प्रगति समीक्षा की गयी। कृषि मंत्री ने कतिपय कृषि विज्ञान केंद्रों की प्रगति पर संतोष व्यक्त किया तो वहीं कुछ की कार्यशैली पर नाराजगी भी जाहिर की।
कृषि मंत्री ने अधिकारियों को निर्देशित करते हुए कहा कि समस्त कृषि विज्ञान केंद्र अपने मूल उद्देश्यों की पूर्ति हेतु हर संभव प्रयास करें। अधिक से अधिक किसानों को प्रशिक्षित कर उन्हें प्रशिक्षण के अनुरुप वैज्ञानिक खेती के लिए प्रेरित करें। उन्होंने कहा कि इस प्रकार की व्यवस्था तैयार की जाय, जिससे प्रशिक्षण के उपरांत किसानों द्वारा तकनीकी अपनाकर खेती की जा रही है अथवा नहीं, की मॉनिटरिंग की जा सके।
बैठक के दौरान डॉ बृजेन्द्र सिंह, कुलपति, आचार्य नरेंद्र देव कृषि विश्वविद्यालय ने विश्वविद्यालय के अधीन संचालित 25 कृषि विज्ञान केंद्रों को आत्मनिर्भर बनाने के लिए किए जा रहे प्रयासों पर चर्चा की। डॉ एपी राव निदेशक प्रसार, आचार्य नरेंद्र देव कृषि विश्वविद्यालय द्वारा कृषि विज्ञान केंद्रों के पांच वर्ष की प्रगति आख्या प्रस्तुत की गई। विश्वविद्यालय के अधीन संचालित कृषि विज्ञान केंद्रों द्वारा कराए जा रहे कार्यों पर कृषि मंत्री द्वारा संतोष व्यक्त किया गया।
इसके अतिरिक्त एन0के0 बाजपेयी, निदेशक प्रसार, बाँदा कृषि विश्विद्यालय द्वारा उनके अधीन संचालित सात कृषि विज्ञान केंद्रों द्वारा कराए गए कार्यों की प्रगति आख्या प्रस्तुत की गयी।
समीक्षा बैठक में कृषि उत्पादन आयुक्त, मनोज कुमार सिंह, अपर मुख्य सचिव, डॉ देवेश चतुर्वेदी, सचिव कृषि, अनुराग यादव सहित 40 कृषि विज्ञान केंद्रों के हेड उपस्थित रहे।