लखनऊ। चारबाग इलाके में सक्रिय एक ऐसे गैंग को नाका पुलिस ने सोमवार को दबोचा, जिसमें केवल महिलाएं ही हैं। ये लोग सरेराह लोगों को रोककर मद्द की गुहार लगातीं और वो शख्स जैसे ही मद्द के लिए बढ़ता, लूटपाट कर चलती बनतीं। विरोध करता तो धमकी देतीं कि चुपचाप सारा सामान दे दो वरना छेड़खानी व रेप के मामले में फंसा दूंगी। फिलहाल गिरफ्त में गिरोह की दो महिलाएं आयीं हैं। बाकी की तलाश जारी है।
प्रभारी निरीक्षक परशुराम सिंह को जानकारी मिली थी कि इलाके में महिलाओं का ऐसा गैंग है जो सरेराह लोगों को रोककर मद्द की गुहार लगाता है और फिर मद्द करने वाले को महिलाएं छेड़खानी व रेप के मामले में फंसाए जाने की धमकी देकर लूट लेती हैं। इसी सूचना पर सोमवार सुबह उन्होंने धर-पकड़ शुरू की तो मैट्रो पुल के नीचे गैंग में शामिल दो महिलाएं मिल गयीं। उन्हें महिला पुलिसकर्मियों की मद्द से कोतवाली लाया गया। पूछताछ की गयी तो एक ने अपना नाम सीतापुर निवासी दीपा, जबकि दूसरी ने अपना नाम रौनाही फैजाबाद निवासी शिवानी बताया। दीपा की माने तो उसकी गैंग में तकरीबन दर्जन भर महिलाएं शामिल हैं, जो शाम को सज-संवर कर निकलती हैं, फिर वो राहगीरों से सड़क के किनारे खड़े होकर मद्द की गुहार लगाती हैं। अगर इस दौरान किसी कार सवार या बाइक सवार ने उनकी मद्द कर दी तो उससे वो जबरन लूटपाट करती थीं। विरोध करने वाले को यह कहकर चुप करवा देती थीं कि शोर मचाओगे तो थाने जाकर रेप व छेड़खानी की एफआईआर कराऊंगी। इतना सुनने के बाद लोग अपना कीमती सामान थमाकर चलते बनते थे। फिलहाल गिरोह में शामिल महिलाओं की धर-पकड़ के लिए पुलिस ने इलाके में अभियान चलाया। जिसके बाद पता चला कि गिरोह में शामिल करीब आधा दर्जन महिलाओं ने साथियों के पकड़े जाने पर इलाका छोड़ दिया है। वसं.