बीबीएयू: प्रॉक्टर की सूझबूझ से ख़त्म हुआ छात्रों का प्रदर्शन
लखनऊ: बाबासाहेब भीमराव अम्बेडकर विश्वविद्यालय में संघमित्रा एक्सटेंशन महिला छात्रावास की एक छात्रा ने छात्रावास के एक एमटीएस पर छेड़छाड़ का आरोप लगाया है, जिसको लेकर विवि में शुक्रवार से शाम से ही छात्रों ने प्रदर्शन करना शुरू कर दिया।शुक्रवार को विवि चीफ प्रॉक्टर के कई घंटे समझाने के बाद छात्रों ने प्रदर्शन समाप्त कर दिया। प्रोक्टोरियल टीम ने एमटीएस विनय कुमार और मेट्रन रेनू सिंह को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया और मामले की जाँच आंतरिक शिकायत समिति को सौंप दी गयी है।
शनिवार को छात्रा के समर्थन में छात्रों का एक समूह लगभग 11:30 बजे पुराने प्रशासनिक भवन के सामने धरने पर बैठ गया। लगभग 11 बजे प्रोक्टोरियल टीम की बैठक शुरू हुई। बैठक निर्णय में प्रदर्शन कर रही चार छात्राएँ भी शामिल हुई। प्रॉक्टर प्रो. एम. पी. सिंह ने प्रॉक्टोरियल टीम के साथ बैठककर एमटीएस विनय कुमार और मेट्रिन रेनू सिंह को जाँच में दोषसिद्ध होने तक तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया है।
बैठक में प्रोक्टोरियल बोर्ड के साथ डीएसडब्लू प्रो. नरेंद्र कुमार मौजूद रहे। सौरभ कठेरिया ने बताया कि प्रॉक्टर के सूझबूझ से धरना समाप्त हुआ और छात्रा को न्याय मिला है। छात्रा ख़ुशी ने बताया कि विवि में महिला छात्रावास में पुरुष कर्मियों को भी हटाने की माँग की गयी है।
छात्रा नम्रता बौद्ध ने बताया कि अब छात्रावास में छात्राएँ शांति से रहेंगी। मेट्रिन के प्रताड़ना से लंबे समय से छात्राएं परेशान थी। प्रदीप कुमार साहनी ने कहा कि प्रॉक्टोरियल टीम ने बहुत सराहनीय निर्णय लिया। ऐसे दोषियों पर ऐसे ही तत्काल प्रभाव से कार्यवाही होनी चाहिए। भविष्य जिससे ऐसे हालात दोबारा न आये।धरने पर बैठे छात्रों ने प्रॉक्टर का आभार व्यक्त किया।