हादसा या साजिश: विकास प्राधिकरण गोमतीनगर में मचा हड़कम्प, शुक्रवार देर रात की घटना, दमकल की चार गाड़ियों ने घंटों की मशक्कत के बाद पाया काबू
लखनऊ 15 अक्टूबर। विकास प्राधिकरण की बिल्डिंग के स्टाक रूम में बीती शुक्रवार रात रहस्यमय हालात में आग लग गयी। इसे हादसा कहें या साजिश? पर वहां रखी समायोजन घोटाले की सारी फाइलें खाक हुई हैं। उस वक्त फाइलों की स्कैनिंग का काम चल रहा था। ये काम राइट्स नामक कम्पनी को दिया गया था। उसके दो कर्मचारी मौजूद थे। हड़कम्प मचा तो उन्होंने पहले वहां रखे उपकरणों की मदद से आग बुझाने की कोशिश की। सफलता नहीं मिली तो दकमल की चार गाड़ियों ने मौके पर पहुंची। काफी मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया गया।
ये स्टाक रूम पुरानी बिल्डिंग में था, जिसे पूर्व बीसी सतेन्द्र सिंह ने चौथी मंजिल पर बनवाया था। एल्डिए का कोई अधिकारी इस बाबत बोलने को तैयार नहीं हैं।
एल्डिए की पुरानी बिल्डिंग की चौथी मंजिल पर बने स्टाक रूम में आग लगने की ये सनसनीखेज घटना रात करीब दो बजे के आसपास की है। उस वक्त फाइलों की स्कैनिंग में राइट्स कम्पनी के कर्मचारी अमन शर्मा व श्रृशभ पटेल लगे थे। स्टाक रूम से धुआं निकला तो गार्ड ने इसकी जानकारी गोमतीनगर थाने पर दी। तब तक शोर मचाते हुए दोनों कर्मचारी बाहर आ गये। उन्होंने वहां लगे उपकरणों से आग बुझाने की कोशिश की, लेकिन जब तक फायर ब्रिगेड की गाड़ियां पहुंचती करोड़ों के घोटाले की फाइलें राख हो चुकी थीं। विकास प्राधिकरण के पीआरओ अशोक पाल का कहना है कि आग पर आधे घंटे में काबू पा लिया गया। वो कम्प्यूटर अन्य इलेक्ट्रानिक उपकरण के अलावा फर्नीचर व फाइलें जलने की बात कह रहे हैं, लेकिन फाइलें किन-किन घोटालों की थी इस बात पर चुप्पी साध गये। घटना के बाद से चर्चा है कि स्टाक रूम में रखीं समायोजन घोटाले की सारी फाइलें जली हैं। इसे विभाग के अधिकारी हादसा मान रहे हैं जबकि साजिश के तहत आग लगाये जाने की चर्चा है।