भारतीय रसोई के अंदर ऐसे ढेरों मसाले मौजूद हैं जिनका उपयोग आयुर्वेद में जड़ी बूटियों के तौर पर भी किया जाता है। इन मसालों में से एक है हींग। आपने शायद आज तक हींग का उपयोग कई व्यंजनों में करते हुए देखा होगा। लेकिन आप यह नहीं जानते होंगे कि हींग के अंदर एंटी वायरल और एंटी इंफ्लेमेटरी गुण होते हैं। यह गुण आपकी सेहत पर बेहद सकारात्मक प्रभाव तो दिखाते ही हैं। साथ ही यह आपको कई शारीरिक समस्याओं में भी आराम दे सकते हैं। हींग को भोजन का भगवान तक कहा जाता है।
खराब खानपान का असर सबसे ज्यादा पेट पर ही पड़ता है। घंटों तक कुर्सी पर बैठे रहने से पेट से संबंधित कई तरह की समस्याएं पैदा हो जाती हैं, जैसे पेट फूलना, गैस, और आंत से जुड़ी बीमारी आदि। वहीं हींग उपयोग सदियों से पेट से जडी समस्याओं को दर करने के लिए किया जाता है। लेकिन हींग का सेवन दूसरी कई समस्याओं को भी आपके जीवन से बाहर निकालकर फेंक सकता है। ब्लड प्रेशर की समस्या और खून के थक्के बनने की समस्या से बचे रहने के लिए हींग का सेवन किया जा सकता है।
हींग को एक नेचुरल ब्लड थिनर के रूप में जाना जाता है। इसके अलावा हींग में एक यौगिक होता है जो रक्त के थक्कों को बनने से रोकता है। महिलाओं को मासिक धर्म के दौरान होने वाली पीडा या दर्द को कम करने के लिए भी हींग उपयोगी सिद्ध होती है। इसके जरिए प्रोजेस्टेरोन को बूस्ट करता है। जिसकी वजह से रक्त प्रवाह बेहतर और आसान हो जाते है। रक्त वाहिकाओं में आई सूजन और सिर दर्द जैसी समस्याओं से निपटने के लिए भी आप हींग का उपयोग कर सकते हैं।
हींग के अंदर एंटी इंफ्लेमेटरी गुण होते हैं जो आपकी इन समस्याओं को खत्म करने में मदद करते हैं। ऐसे लोग अस्थमा, खांसी और ब्रोंकाइटिस जैसी सांस संबंधित बीमारियों से पीड़ित हैं। इन लोगों के लिए हींग का सेक्स फायदेमंद हो सकता है। यह खांसी और अस्थमा जैसी बीमारियों से निजात दिलाने में कारगर होते हैं। इसके अलावा पानी में हींग डालकर पीने से आपकी स्किन भी अच्छी हो जाएगी। छाछ का सेवन आपके पाचन के लिए और वजन घटाने के लिए फायदेमंद माना जाता है। वहीं अगर आपको पीरियड्स में दर्द रहता है तो भी आप छाछ में हींग डालकर सेवन कर सकते हैं। इससे पेट दर्द और ऐंठन कम हो सकती है। दूध के अंदर कुछ मात्रा में हींग डालकर पीना आपकी सेहत पर सकारात्मक प्रभाव डाल सकता है।