वैदिक पंचांग अनुसार, शनिवार 29 मार्च को चैत्र अमावस्या है। शनिवार के दिन पड़ने के चलते यह शनि अमावस्या भी कहलाएगी। सनातन धर्म में शनि अमावस्या का विशेष महत्व है। इस शुभ अवसर पर गंगा स्नान कर देवों के देव महादेव की पूजा की जाती है। साथ ही अमावस्या तिथि पर पितरों का तर्पण एवं पिंडदान भी किया जाता है।
ज्योतिषियों की मानें तो शनि अमावस्या के दिन शनिदेव राशि परिवर्तन करेंगे। शनिदेव के राशि परिवर्तन करने से राशि चक्र की सभी राशियों पर भाव अनुसार प्रभाव पड़ेगा। इनमें कई राशि के जातकों को लाभ होगा। इन राशि के जातकों के जीवन में नया सवेरा होगा। सभी बिगड़े काम बन जाएंगे। साथ ही जीवन में व्याप्त सभी प्रकार के दुख एवं संकट दूर हो जाएंगे।
आइए जानते हैं- शनिदेव के राशि परिवर्तन करने से कर्क और वृश्चिक राशि के जातकों को शनि की ढैय्या से मुक्ति मिलेगी। शनि की ढैय्या समाप्त होने से कर्क या वृश्चिक राशि के जातकों मानसिक तनाव या परेशानी से मुक्ति मिलेगी। बिजनेस में लाभ मिलेगा। रुका हुआ काम पूरा होगा। कर्क राशि में गुरु उच्च के होते हैं। अतः कर्क राशि के जातकों को करियर और कारोबार में तेजी देखने को मिलेगी। निवेश के लिए समय उत्तम रहेगा। नए काम की शुरुआत कर सकते हैं। शिक्षा क्षेत्र से जुड़े जातकों को सफलता मिलेगी। नौकरी मिलने के भी योग हैं। कुल मिलाकर कहें तो शनि अमावस्या की रात से कर्क, वृश्चिक राशि और मकर राशि के जातकों के जीवन में बड़ा बदलाव होगा।