नई दिल्ली, 21 मार्च। जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय (जेएनयू) में यौन उत्पीड़न के आरोपी प्रोफेसर अतुल जौहरी पर एक पीड़ित छात्रा ने जो आरोप लगाए हैं, वह बेहद चौंकाने वाले हैं। पीड़िता ने धारा-164 के तहत अपने बयान दर्ज कराते हुए पुलिस को बताया कि जौहरी लैब को अपना हरम और खुद को वहां का राजा कहते हैं। पीड़िता ने कहा कि वह छात्राओं को आकर्षित करने के लिए पौराणिक अर्थों के साथ यौन उत्तेजक चुटकुले सुनाते थे। उसने जौहरी पर यह आरोप भी लगाया कि उनकी बात न मानने पर प्रोफेसर ने उसका रिसर्च वर्क रोके लिया।
पीड़िता ने उच्च अधिकारियों पर उसकी शिकायत पर कार्रवाई न करने का आरोप भी लगाया। पीड़िता ने कहा कि अब तक उसने यह सोचकर जौहरी के खिलाफ पुलिस में शिकायत नहीं की थी कि कहीं उसका रिसर्च वर्क बाधित न हो जाए। उसने बताया कि जौहरी की पत्नी छात्राओं को प्रोफेसर से दूर रहने की हिदायतें भी देती रहती थीं।
पीड़िता ने पुलिस को बताया कि मैंने जब 2013 में अतुल जौहरी की लैब ज्वॉइन की, तभी से वह मुझ से कुछ ज्यादा ही लगाव दिखाने लगे। एक बार उन्होंने पूछा कि क्या मेरा कोई ब्वॉयफ्रेंड है। अगर मेरा कोई ब्वॉयफ्रेंड है तो क्या मेरा उसके साथ शारीरिक संबंध भी है। पीड़िता ने कहा, एक बार जब मैं उनके ऑफिस गई तो कुर्सी की जगह उन्होंने मुझे सोफा पर अपनी बगल में बिठाया और अजीब तरीके से मेरी पीठ और कंधे को सहलाया। 2014 में एक बार जब में लैब में उनसे अपने सिनॉप्सिस के बारे में बात करने गई, तो उन्होंने कहा कि अपने शरीर को मेनटेन रखो, नहीं तो दूसरी लड़कियों की तरह कुरूप हो जाओगी।
पीड़िता ने कहा, उन्होंने मेरे लिए पढ़ाई का माहौल दूभर कर दिया, मेरे सारे एसाइनमेंट्स रोककर रखने लगे। मैंने अपना लैब बदलने की भी कोशिश की, लेकिन डिपार्टमेंट ने मेरा साथ नहीं दिया। पीड़िता ने कहा, जो भी लड़की उनकी इन हरकतों का विरोध करती, वह उसका रिसर्च वर्क बाधित कर देते थे, जैसा कि उन्होंने मेरे साथ किया। मैं बेहद तनाव में और चिंतित हूं, क्योंकि मुझे अपना रिसर्च जुलाई में जमा करना है।