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    Home»ज़रा हटके

    कौन था ताजमहल का आर्किटेक्ट ?

    ShagunBy ShagunDecember 21, 2022 ज़रा हटके No Comments2 Mins Read
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    रोचक जानकारी

    ताजमहल का वास्तुकार कौन है यह दावे के साथ आज भी नहीं कहा जा सकता। इतना जरूर समझ में आता है कि वास्तुकारों और निर्माण विशेषज्ञों के समूह के साथ शाहजहाँ स्वयं भी सक्रिय रूप से इसमें शामिल थे। उस्ताद अहमद लाहौरी को इसका श्रेय देने के लिए सर्वाधिक उपयुक्त व्यक्ति माना जाता है, एक प्रधान वास्तुकार के रूप में। यह भी माना जाता है कि तुर्किये के इस्माइल अफांदी या उस्ताद ईसा से भी सलाह ली गई थी।

    वाशिंगटन डीसी में ‘डीसी’ क्या है?

    वॉशिंगटन डीसी का अर्थ है वॉशिंगटन डिस्ट्रिक्ट ऑफ कोलम्बिया। अमेरिकी संविधान के अनुसार संघीय राजधानी एक अलग डिस्ट्रिक्ट के रूप में बनाई जा सकती है, जो किसी राज्य का हिस्सा न हो। यह शहर जॉर्ज वॉशिंगटन की स्मृति में बसाया गया है। अमेरिका में एक राज्य भी वॉशिंगटन है। उसका वॉशिंगटन डीसी से कोई सम्बन्ध नहीं है।

    नैनो सैटेलाइट क्या होते हैं?

    नैनो सैटेलाइट अंतरिक्ष में भेजे जाने वाले लघु उपग्रहों को कहते हैं। सामान्यतः 1 किलोग्राम से 500 किलोग्राम तक के सैटेलाइट को नैनो की परिभाषा में रखा जाता है। इन छोटे उपग्रहों की अपनी भूमिका है। मसलन अंतरिक्ष के अनेक बिन्दुओं से जानकारी एकत्र करनी हो तो अनेक उपग्रहों की जरूरत होगी। ऐसे में एक बड़े वज़नी उपग्रह के बजाय अनेक छोटे उपग्रहों की सेवाएं ली जाती हैं। लघु उपग्रह, विशेष रूप से बड़ी संख्या में, कुछ उद्देश्यों के लिए कम, बड़े उपग्रहों की तुलना में अधिक उपयोगी हो सकते हैं-उदाहरण के लिए, वैज्ञानिक डेटा एकत्र करना और रेडियो रिले वगैरह। इन दिनों कम्युनिकेशन कंपनियाँ ब्रॉडबैंड इंटरनेट सेवाओं के लिए छोटे उपग्रहों का नेटवर्क बना रही हैं। इनमें स्टारलिंक और वनवैब जैसे नाम हैं। कई बार बड़े उपग्रहों की निगरानी के लिए भी छोटे उपग्रहों की जरूरत होती है। विश्वविद्यालयों में पढ़ने वाले छात्रों को उपग्रह विज्ञान की बुनियादी जानकारी देने के लिए भी इनका इस्तेमाल होता है। हाल के वर्षों में 1 से 50 किलो वज़न के उपग्रहों का चलन बढ़ा है। अब अंतरिक्ष प्रक्षेपण कम्पनियाँ छोटे उपग्रहों के प्रक्षेपण में अलग से विशेषज्ञता प्राप्त करने की कोशिश कर रहीं है।

    • वरिष्ठ पत्रकार प्रमोद जोशी के ब्लॉग से साभार 
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