उत्तर प्रदेश: अप्रैल 2025 से जुलाई 2025 तक हर महीने 190 रोजगार मेलों का होगा आयोजन
लखनऊ। राज्य सरकार अगले एक साल में यानी जुलाई 2025 तक प्रदेश में 23 सौ से अधिक रोजगार मेलों का आयोजन कराएगी सरकार की योजना प्रत्येक माह करीब 186 से 190 रोजगार मेलों के आयोजन का है। वहीं अगस्त में सर्वाधिक 318 रोजगार मेले आयोजित किए जा रहे हैं। इसके अलावा सितंबर 2024 से लेकर मार्च 2025 तक प्रत्येक माह 186 रोजगार मेले आयोजित होंगे। अप्रैल 2025 से जुलाई 2025 तक हर महीने 190 रोजगार मेलों का आयोजन होगा।
योगी सरकार में बीते साढ़े सात साल में एमएसएमई, ओडीओपी, मुख्यमंत्री युवा स्वरोजगार योजना, राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन, स्वयं सहायता समूह, प्रधानमंत्री रोजगार सृजन कार्यक्रम के जरिए भी बड़े पैमाने पर रोजगार के अवसर सृजित हुए हैं। इनमें सर्वाधिक 1 करोड़ 10 लाख से भी अधिक रोजगार का सृजन एमएसएमई सेक्टर में हुआ है। प्रदेश सरकार का पूरा जोर एमएसएमई सेक्टर को मजबूत बनाने पर है। कारण, प्रदेश में हाल ही में हुए 10 लाख करोड़ रुपये से अधिक के औद्योगिक निवेश के बाद बड़े उद्योगों को सबसे अधिक सपोर्ट सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यम उद्योगों से ही मिलेगा। इसके अतिरिक्त वन डिस्ट्रिक्ट वन प्रोडक्ट योजना के तहत भी अब तक एक लाख 35 हजार से अधिक रोजगार का सृजन हुआ है।
इसी प्रकार मुख्यमंत्री युवा स्वरोजगार योजना के तहत 20 हजार से अधिक युवाओं को रोजगार से जोड़ने में योगी सरकार को कामयाबी मिली है। प्रदेश में बीते साढ़े सात साल में राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन के अंतर्गत अब तक करीब 7 लाख 30 हजार स्वयं सहायता समूहों का गठन किया गया है, जिससे 75 लाख से अधिक ग्रामीण परिवारों को जोड़ा गया है। प्रधानमंत्री रोजगार सृजन कार्यक्रम अबतक यूपी में 22 हजार से अधिक इकाइयां स्थापित हुई हैं, जिनसे एक लाख 82 हजार से अधिक लोगों को रोजगार मिला है। रोजगार के साथ साथ युवाओं को स्किल्ड बनाने के लिए भी योगी सरकार में बड़े स्तर पर प्रयास हुए हैं।