वॉशिंगटन 06 मार्च 2018। धरती से दूर किसी अन्य ग्रह पर जीवन की आस लगाए बैठे तमाम लोगों के लिए यह खबर अहम हो सकती है। दक्षिण अमेरिका स्थित एटकामा रेगिस्तान में जीवित मिले बैक्टीरिया से वैज्ञानिकों में मंगल पर जीवन की उम्मीद बढ़ गई है। उन्हें एटकामा रेगिस्तान के सबसे शुष्क क्षेत्र में यह बैक्टीरिया जीवित मिला।
अध्ययन के दौरान पता चला कि यह बैक्टीरिया इस क्षेत्र में लाखों वर्षों से मौजूद है। यह लंबी अवधि के लिए अपनी सभी क्रियाओं को बंद कर लेता है और बारिश में उन्हें दोबारा चालू करता है। एटकामा रेगिस्तान में प्रतिवर्ष 20 मिलीमीटर से भी कम बारिश होती है। यह क्षेत्र कई दशकों तक बिना बारिश के रहता है और धरती पर मंगल के वातावरण से मेल खाता है। बिना पानी के बैक्टीरिया का यहां जिंदा मिलने से विशेषज्ञों को उम्मीद जगी है कि लाल ग्रह पर भी इसी तरह बेहद सूक्ष्म अवस्था में जीवन संभव हो सकता है।
वॉशिंगटन स्टेट यूनिवर्सिटी में हुए शोध के प्रमुख शोधकर्ता और ग्रह संबंधी वैज्ञानिक प्रोफेसर डर्क शुल्ज माक्श का कहना है कि अगर धरती के सबसे सूखे स्थान पर जीवन मौजूद हो सकता है तो मंगल पर भी जीवन की प्रबल संभावना है।