क्या हम लोगों ने कभी ऐसा सोच था कि 21 वीं शदीं में दो दशकों के बाद ही पूरे भारत में डिजिटल रूप का बोल बाला हो जाने से हमारे देश मे सबकुछ बदल कर रख दिया। आज रुपये -पैसे की निकासी से लेकर लोगों की रोजममर्रे की खरीददारी तक सभी कुछ डिजिटल हो जायेगा। ऊपर से आज हमारे देश के लोग कोरोना संक्रमण काल से अभी ठीक तरह से उबर भी नही पाये हैं इस बीच दशहरे की पावन पर्व लोगों के सामने है। प्रति वर्ष की तरह लखनऊ के ऐशबाग रामलीला मैदान में रामलीला आयोजन ऑनलाइन प्रसारण है।
इस बार ऐशबाग की ऐतिहासिक रामलीला मैदान में होने के स्थान पर यहां बने श्रीराम भवन से ऑनलाइन प्रसारण किया हो रहा है। इस रामलीला का प्रसारण पूरे दो घंटे का है जिसे सोशल मीडिया के माध्यम से शहर के घर-घर तक पहुंचाया जा रहा है। इस बार कोरोना संक्रमण काल के कारण रामलीला के संवाद नहीं सुनाई पड़ेंगे। न तो राम बारात निकलेगी और न ही भरत मिलाप का हृदय विदारक दृश्य नजर आएगा, और राम रावण के किरदार भी नजर नही आएंगे। बस दिखेगा तो केवल डिजिटल रंग।
वैसे यदि हम लखनऊ में होने वाले सबसे प्राचीन रामलीलाओं की बात करें तो यह लखनऊ के ऐशबाग मैदान की रामलीला है। जिसका इतिहास पिछले 500 वर्षों का है। वर्ष 2016 में इस मैदान में हुये रामलीला में देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शामिल होकर उन्होंने तीर चलाकर रावण का वध कर उसका संहार किया था।
इस बार उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ शहर की सबसे पुरानी रामलीला ऐशबाग के मैदान में होने वाली रामलीला परंपरागत रूप में मंचित नहीं किया जाएगा बल्कि इस पारम्परिक क्रम को बनाए रखने के लिए यहां बने हाल में रसमलीला का मंचन किया जाएगा।
दो घंटे के मंचन का प्रसारण ऑनलाइन शाम पांच बजे से लेकर रात सात बजे तक इसका प्रसारण रामलीला समिति ऐशबाग की ओर से यूट्यूब चैनल, फेसबुक के अतिरिक्त वेबसाइट पेज पर भी किया जा रहा है। कोरोना संक्रमण को देखते हुये प्रतीक के तौर पर रावण के पुतले का दहन 25 अक्टूबर दिन रविवार के दिन किया जायेगा लेकिन इस दफ़े वास्तविक रूप से पुतला दहन एवं मेला नहीं लगेगा।
कोरोना संक्रमण काल के करण प्रतिवर्ष होने वाले रामलीला के संवाद इस बार सुनाई नही पड़ेगा। इस बार न तो राम बरात निकलेगी और न ही भरत मिलाप का हृदय विदारक दृश्य नजर आएगा और न तो राम और न ही रावण के किरदार नजर आएंगे। दिखेगा तो बस डिजिटल रंग।
नवरात की शुभकामनाएं
शारदीय नवरात की पावन वेला में मै श्रीराम एवं मां दुर्गा की आशीष से लोगों का घर परिवार सदैव धन संपदा से परिपूर्ण रहने की आकंक्षा करते हुये जी.के.चक्रवर्ती उप संपादक शगुन न्यूज़ इंडिया की ओर सें सभी देश एवं प्रदेश वासियो को नवरात की विशेष बधाईयां प्रस्तुत करता हूँ।