डॉ. मंजू सिंह ने मोबाइल के अत्यधिक उपयोग से नकारात्मक प्रभावों पर जताई चिंता
लखनऊ, 19 जून: बाबासाहेब भीमराव अंबेडकर विश्वविद्यालय (बीबीएयू) में राष्ट्रीय सेवा योजना (एनएसएस) द्वारा “एक पृथ्वी, एक स्वास्थ्य के लिए योग” विषय पर एक प्रेरक वेबिनार का आयोजन शुरू हो गया है। कुलपति प्रो. राजकुमार मित्तल के मार्गदर्शन में आयोजित इस कार्यक्रम में योग के शारीरिक, मानसिक और आत्मिक लाभों पर गहन चर्चा हुई।
मुख्य वक्ता डॉ. चर्चित कुमार, केंद्रीय विश्वविद्यालय हिमाचल प्रदेश, ने कहा, “योग केवल शारीरिक व्यायाम नहीं, बल्कि जीवन को सम्यक दृष्टि से समझने की कला है।” उन्होंने योग को संतुलित जीवन का आधार बताया।
डॉ. नरेंद्र सिंह ने तनावपूर्ण जीवन में योग की महत्ता पर जोर देते हुए कहा, “योग मानसिक शांति, अनुशासन और आत्म-नियंत्रण को बढ़ाता है।” उन्होंने युवाओं से योग को दैनिक जीवन का हिस्सा बनाने की अपील की।
एनएसएस की राज्य संपर्क अधिकारी डॉ. मंजू सिंह ने मोबाइल के अत्यधिक उपयोग से होने वाले नकारात्मक प्रभावों पर चिंता जताई और योग को युवा पीढ़ी के लिए आवश्यक बताया। योगाचार्य समरदीप सक्सेना ने योग की भारतीय परंपरा और वैज्ञानिक महत्व को रेखांकित करते हुए इसे सुखमय जीवन का रहस्य बताया।
कार्यक्रम का संचालन डॉ. अर्पित शैलेश ने किया। वेबिनार में शिक्षक, शोधार्थी, एनएसएस अधिकारी और छात्र-छात्राएं शामिल हुए। प्रश्नोत्तर सत्र में विद्यार्थियों ने योग से जुड़े सवालों के जवाब प्राप्त किए।







