लखनऊ, 6 मई 2025: उत्तर प्रदेश के अधिवक्ता और बाल अधिकार कार्यकर्ता भुवन ऋभु को वर्ल्ड ज्यूरिस्ट एसोसिएशन ने डोमिनिकन रिपब्लिक में आयोजित वर्ल्ड लॉ कांग्रेस 2025 में प्रतिष्ठित ‘मेडल ऑफ ऑनर’ से सम्मानित किया। वे यह सम्मान पाने वाले पहले भारतीय अधिवक्ता बन गए हैं। 4-6 मई को हुई इस कांग्रेस में 70 देशों के 1500 से अधिक विधिवेत्ता शामिल हुए।
भुवन ऋभु ने दो दशकों में 60 से अधिक जनहित याचिकाओं के जरिए बाल विवाह, ट्रैफिकिंग, और यौन शोषण के खिलाफ ऐतिहासिक कानूनी सुधार किए। उनके नेतृत्व में ‘जस्ट राइट्स फॉर चिल्ड्रेन’ (जेआरसी) उत्तर प्रदेश के 40 जिलों में 23 सहयोगी संगठनों के साथ बाल अधिकारों की रक्षा कर रहा है।
पुरस्कार ग्रहण करते हुए ऋभु ने कहा, “न्याय बच्चों का अधिकार है, और कानून उनकी ढाल।” वर्ल्ड ज्यूरिस्ट एसोसिएशन के अध्यक्ष जेवियर क्रेमाडेस ने उनकी प्रशंसा करते हुए कहा, “भुवन का कार्य लाखों बच्चों और महिलाओं के लिए सुरक्षित भविष्य बना रहा है।”
ऋभु की पुस्तक और ‘पिकेट’ रणनीति को सुप्रीम कोर्ट ने बाल विवाह उन्मूलन के लिए मार्गदर्शिका माना। उनके प्रयास 2030 तक भारत और विश्व से बाल विवाह समाप्त करने की दिशा में निर्णायक हैं।