बीजिंग, 17 जुलाई सिक्किम सेक्टर के डोकालाम क्षेत्र में भारतीय और चीनी सेना के बीच जारी गतिरोध के बीच चीन की सेना ने आज कहा कि इसने पठारी इलाके में हमले की अपनी क्षमता जांचने के लिए दूर दराज के तिब्बत पवर्तीय क्षेत्र में गोलीबारी का अभ्यास किया है।
सेना ने कहा कि पीपुल्स लिबरेशन आर्मी पीएलए ने 5000 मीटर से अधिक की उंचाई पर 11 घंटा लंबा अभ्यास किया, जिसका लक्ष्य इस तरह के ठिकानों पर लडाकू क्षमता को बेहतर करना है।
सरकार संचालित चाइना डेली ने पीएलए की एक प्रेस विज्ञप्ति के हवाले से बताया कि पीएलए तिब्बत क्षेत्र कमान ने इस महीने यह अभ्यास किया है। इसमें सैनिकों की तेजी से तैनाती, संयुक्त हमला और विमान रोधी रक्षा शामिल है।
प्रेस विज्ञप्ति के मुताबिक इस अभ्यास ने पठारों पर ब्रिग्रेड की संयुक्त हमला क्षमता को प्रभावी ढंग से जांचा।
पीएलए तिब्बत कमान वास्तविक नियंत्रण रेखा एलएसी सहित तिब्बत क्षेत्र को जोडने वाली सीमाओं पर पहरेदारी करता है।
सीसीटीवी रिपोर्ट के मुताबिक ब्रिग्रेड लंबे समय से ब््राह्मपुत्र नदी के मध्यम और निचले स्थानों पर तैनात था। यह ब्रिग्रेड अग्रिम लडाकू मिशनों के लिए जिम्मेदार है।
आॅनलाइन पोस्ट किये गये वीडियो में सैनिकों को एंटी-टैंक ग्रेनेड, बंकरों पर मिसाइलों और तोपखाने के लिए होवित्जर का इस्तेमाल करते दिखाया गया है।
अभ्यास में रडार यूनिट दुश्मन के विमानों की पहचान करते और सैनिक एंटी-क्रॉफ्ट मिसाइलों से निशाना साधते दिख रहे हैं। इसके अलावा तिब्बत मोबाइल कम्युनिकेशन एजेंसी ने तिब्बत की राजधानी ल्हास में 10 जुलाई को एक अभ्यास किया।
गौरतलब है कि चीन और भारत के बीच सिक्किम सेक्टर के डोकलाम क्षेत्र में गतिरोध चल रहा है जहां भारतीय सैनिकों ने 16 जून को चीनी सैनिकों द्वारा किए जा रहे सडक निर्माण के कार्य को रोक दिया था।
चीन की सेना ने तिब्बत में गोलीबारी का अभ्यास किया
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