पुस्तक मेले में किसी को भाये यात्रा वृतान्त किसी को कहानियां
लखनऊ, 1 अक्टूबर। नेट और मोबाइल फोन वाले आज के आभासीय और आपाधापी भरे जीवन में ठहरी हुई चीजों का महत्व और बढ़ गया है। पुस्तक मेलों के साथ ही साहित्यिक आयोजन तो होते ही रहना चाहिए। बलरामपुर गार्डन अशोक मार्ग पर चल रहे 11 दिवसीय राष्ट्रीय पुस्तक मेले के भारी भीड़ वाले दसवें दिन आज पुस्तक प्रेमियों, लेखकों और स्टालधारकों की उत्साहित करने वाली प्रतिक्रियाएं मिल रही हैं।
ज्ञानकुम्भ के इस मेले में आज रचनाकारों और अन्य हस्तियों का जहां सम्मान हुआ, वहीं काव्य के अलबेले स्वर भी गूंजते रहे। मेले को सार्थक वार्षिक आयोजन बताने वाले एएसआई के पूर्व महानिदेशक डा.राकेश तिवारी ने यात्राओं से सम्बंधित लद्दाख में रोग बिराग, अरुणाचल यात्रा, सभ्यता की यात्रा अंधेरों में जैसी किताबें खरीदीं। नील गुप्ता और प्रियांशी पाल ने शेक्सपीयर की 21 कहानियां, जयशंकर प्रसाद की कहानियां और वीनस इन फर्स्ट जैसी किताबें खरीदीं।
डा.अनंत श्री चौधरी ने ट्रेजडी आफ उर्दू पोएट्री और पाकिस्तान की शायरी किताबें राजपाल के स्टाल से खरीदीं जबकि राधिका पंत ने व्यंजनों की दो किताबों के संग सत्यार्थ प्रकाश और शिवानी का उपन्यास खरीदा। देवेश ने मैनेजमेण्ट कम्पटीशन क्रैक करने करने वाली किताबें लीं। पुस्तक मेले में कल साहित्य रत्न से सम्मानित हुए रचनाकार पंकज प्रसून ने अपनी काव्यमय प्रतिक्रिया देते हुए कहा- “हमारे शहर में हर साल एक अदभुत मेला लगता हैं/जहां समीक्षा आलोचना और विमर्शों ठेला लगता है/ज्ञान विज्ञान के सागर में गोते लगाए जाते हैं/ साहित्य के चार ‘क’- लेखक पाठक आलोचक प्रकाशक, एक ही पांडाल के नीचे पाए जाते हैं“
मेला आयोजकों और दि ट्रिब्यून की ओर से यहां एक्सीलेंस अवार्ड समारोह में अतिथियों आइपीएस रेनुका मिश्रा, प्रवीन द्विवेदी, आरके शरन, मो.सै.फौजान अख्तर के संग संजोजक केपी सिंह, मेला आयोजक मनोज सिंह चंदेल व आकर्षण जैन ने स्वास्थ्य, शिक्षा और कृषि सम्बंधित स्टार्टअप के लिए डा.मधुकि सिंह, डा.अभिजीत सिंह, डा.वीपी सिंह, डा.उपशम गोयल, डा.वेदप्रकाश, गौरव भारद्वाज, डा.नकुल सिन्हा, डा.अभिजित चन्द्रा व डा.अनामिका शुक्ला आदि को अलंकृत किया गया। राजकमल को ओर से राकेश मिश्रा की किताब कवि का शहर का विमोचन डा.हरिशंकर मिश्र व अखिलेश आदि रचनाकारों की उपस्थिति में हुआ। देर शाम ख्वाहिश फाउण्डेशन की ओर से पुस्तक लोकार्पण व संगोष्ठी का कार्यक्रम हुआ।