भारत ने महिला वर्ल्ड कप के सेमीफाइनल में पहुंचने की अपनी उम्मीदों को बढ़ा लिया है। मंगलवार को अपने छठे लीग मुकाबले में उसने बांग्लादेश को 110 रन से हरा दिया। छह मैचों में भारत की यह तीसरी जीत है। भारत ने बांग्लादेश के सामने जीत के लिए 230 रन का लक्ष्य रखा था। इसके बाद भारतीय गेंदबाजों ने कमाल का प्रदर्शन किया और बांग्लादेश को सिर्फ 119 पर समेट दिया।
भारत के अब छह अंक हैं। बांग्लादेश के लोअर ऑर्डर ने थोड़ा जोर लगाया लेकिन भारतीय गेंदबाजों का प्रदर्शन कुल मिलाकर शानदार था। भारत ने 230 के लक्ष्य को बांग्लादेश के लिए बहुत मुश्किल बना दिया। जब आपकी आधी टीम 20वें ओवर में पविलियन लौट जाए तो जीत वैसे भी बहुत मुश्किल हो जाती है।
भारत ने बांग्लादेश को कहीं भी आगे निकलने का मौका नहीं दिया। गेंदबाजों ने लगातार दबाव बनाए रखा
और फील्डर्स ने अपनी टीम का बहुत अच्छे से साथ दिया। बांग्लादेश को कभी भी चैन की सांस लेने का मौका नहीं दिया गया। स्पिनर्स और सीमर्स दोनों ने शानदार खेल दिखाया। स्नेह राणा और राजेश्वरी गायकवाड़ ने भारतीय जीत की पटकथा में महत्वपूर्ण किरदार निभाए। दोनों ने न सिर्फ रनों पर ब्रेक लगाई बल्कि अहम विकेट भी निकाले। यह स्कोर चुनौतीपूर्ण था लेकिन बांग्लादेश चुनौती देते हए नजर नहीं आया।
बांग्लादेश का सातवां विकेट 98 रन पर गिर गया। लता मंडल ने गेंद को मिड-विकेट पर पुल कर दिया। उन्हें गेंद के थोड़ा ज्यादा उछलने की उम्मीद थी। जो शॉट वह खेलना चाहती थीं, गेंद का उछाल उससे कम था। गेंद ने बल्ले का किनारा लिया और हवा में ऊंची गई। संघर्ष खत्म हो गया। क्रीज पर लता बिलकुल सहज नहीं दिख रही थीं। और यूं ही उनकी पारी का अंत हुआ।
ऑफ स्टंप के बाहर लेंथ गेंद थी। ऐसा लगा कि गोस्वामी ने ऑफ ब्रेक फेंकी है। सलमा ने गेंद को डैब करना चाहा। गेंद ने बल्ले का बाहरी किनारा लिया और विकेटकीपर घोष ने गेंद को लपकने में कोई गलती नहीं की। बांग्लादेश की उम्मीदों को बड़ा झटका लगा। सलमा ने 35 गेंद पर 32 रन बनाए। वह अच्छी रफ्तार से रन बना रही थीं। अपनी पारी में उन्होंने चार चौके लगाए। बैट और पैड के लिए भारत की जोरदार अपील।
अंपायर ने इसे नॉट आउट करार दिया। लेकिन भारतीय गेंदबाजों ने इसे रीव्यू लिया। मिडल स्टंप पर पिच होने के बाद गेंद अंदर आई। इसमें एक्स्ट्रा बाउंस भी था। गेंद रूमाना के दस्तानों पर लगी। अल्ट्राएज ने इसकी पुष्टि कर दी। भाटिया ने शॉर्ट लेग पर आसान सा कैच लपका। रूमाना ने सिर्फ दो रन बनाए।
यस्तिका भाटिया ने रूमाना अहमद की गेंद को मिङ-विकेट पर स्वीपर किया। दो रन के साथ भारत ने 24.4 ओवर में अपने 100 रन पूरे किए। हवा में ड्राइव। पहली ही गेंद पर भारतीय कप्तान लौटीं पविलियन। गेंद मिताली की उम्मीद से ज्यादा रहीं। मिताली ने गेंद को ड्राइव करने की कोशिश की। ऋतु मोनी की खुशी का ठिकाना नहीं रहा।