यह पौधा गोरखेश्वर महादेव की गुफा के पास चट्टान फाड़कर निकला है। सुबह जब हम दो हजार फिट ऊंचाई पर स्थित गोरखेश्वर महादेव की गुफा में पहुंचे तो इस पौधे को देखकर ख़ुशी हुयी, बता दें कि यह कटबर का पौधा है।
इसे लालन-पालन के लिए न तो मिट्टी की जरूरत होती है और न पानी की। ये चट्टान फाड़कर निकलता है और बरगद के पेड़ की तरह इसका तना मजबूत होता है। कटबर का पत्ता भी बरगद जैसा होता है। – तारा पाटकर