- भारतरत्न पं.अटलबिहारी वाजपेयी की कविताओं का मंचन 12 को
- नौ रंगकर्मियों को योगदान के लिए मिलेगा नौशाद सम्मान-2019
लखनऊ, 10 मार्च 2019: संगीत, रंगकर्म व संस्कृति उन्नयन के क्षेत्र में कार्य कर रही संस्था नौशाद संगीत डेवलपमेण्ट सोसायटी नौशाद सम्मान समारोह व रंगप्रस्तुति अटल पथ का मंचन मंगलवार 12 मार्च को शाम छह बजे राय उमानाथ बली प्रेक्षागृह कैसरबाग में करेगी। इस अवसर पर नौशाद सम्मान-2019 अलंकरण समारोह में प्रो.आसिफा ज़मानी, विलायत जाफरी, पुनीत अस्थाना, शबी जाफ़री, जितेन्द्र मित्तल, चित्रा मोहन, राजवीर रतन, व एस.रिज़वान रंगकर्म व कलाओं के उत्थान में किये योगदान के लिये अलंकृत होंगे।
पूर्व में इस प्रतिष्ठित सम्मान से संगीतकार खय्याम, कल्याणजी आनन्दजी, सरोदवादक अमजदअली खां, संतूरवादक शिवकुमार शर्मा, नृत्यागंना हेमामालिनी, गायिका रेखा भारद्वाज, रंगनिदेशक राज बिसारिया, सूर्यमोहन कुलश्रेष्ठ, जुगुलकिशोर मिश्र को अलग-अलग वर्षों में अलंकृत किया जा चुका है।
सोसायटी का रंगमण्डल भारतरत्न पं.अटलबिहारी वाजपेयी की काव्य रचनाओं पर आधारित मल्टी मीडिया थियेटर प्रोडक्शन ‘अटल पथ’ के मंचन में यहां अतिथियों के तौर पर पद्मश्री राज बिसारिया, पूर्व मंत्री अम्मार रिजवी, शायर व पूर्व कुलपति अनीस अंसारी व उर्दू फारसी विश्वविद्यालय के उपकुलपति प्रो.शाहरुख इत्यादि आमंत्रित हैं। प्रस्तुतकर्ता अतहर नबी ने बताया कि उनके प्रस्तुतीकरण में अटल की कविताओं के संग ही ध्वनि, प्रकाश, संगीत, नृत्य अभिनय व ग्राफिक कला से सजी अटल पथ की प्रस्तुति आनन्द शर्मा के निर्देशन व एसएन लाल के संकलन में होगी जहां, पूर्व प्रधानमंत्री की मुख्य भूमिका नवाब मसूद अब्दुल्लाह निभाएंगे।
प्रस्तुतकर्ती अतहर नबी ने बताया कि सम्मान जहां रंगकर्म के विविध पक्षों में किये विशिष्ट योगदान के लिए दिया जा रहा है वहीं, अटल पथ का मकसद कई कलाओं का संगम कराते हुए अटल के काव्य कर्म, उनके आदर्श, त्याग और कर्मठता से परिचित कराने का है।
इसमें अटल उद्गार, क्या खोया क्या पाया, संकल्प काल, शक्ति से शान्ति, न दैन्यम् न पलायनम् आदि काव्यसंग्रह से ली कदम कभी रुके नहीं कभी डिगे नहीं, पन्द्रह अगस्त की पुकार, मैं न चुप हूं न गाता हूं, दूध में दरार पड़ गई, आओ फिर से दिया जलायें, मैं अखिल विश्व का गुरु महान व कालजयी कविता लौटकर आऊंगा आदि 15 कविताओं में से कुछ चुनिंदा कविताएं आदित्य लिप्टन के स्वर व संगीत में हैं।
वृत्तचित्र शैली का समायोजन करते हुए लगभग डेढ़ घण्टे की इस प्रस्तुति में अटल के जीवन के प्रसंगों के संग सफल परमाणु परीक्षण, कुछ पूर्व रिकार्डेड छवियां और वीडियो भी शामिल हैं। तकनीकी तौर पर लेजर लाइट्स सहित स्पेशल सराउण्ड साउण्ड का प्रयोग किया जा रहा है।