वरिष्ठ साहित्यकार डॉ ब्रजभूषण मिश्र ने अपनी दो कवितायेँ सीडीएस जनरल बिपिन रावत जी को श्रद्धांजलि के रूप में समर्पित की हैं।
प्राण गँवा दिये, देश भक्ति प्रण था
न युद्ध क्षेत्र तो क्या, कर्तब्य भी रण था
दिव्य ज्योति थे, ये निज भारत देश के
ज्योति में विलीन हो गए, अति दुःखद क्षण था।
श्रद्धा ज्योति जलाते हम, और भारत देश हैं
देश, परिवार सेनाएं, हैं अति दुःखी ये संदेश है।
मुझ पुष्प की चाह
रही चाह, हे देश के वीर
तेरे गले में डाला, जाऊँ
हूँ गर्वित तेरी, देश भक्ति पर
तेरा गौरव, सदा बढाऊँ
काल क्रूर औऱ नियति ने
श्री विपिन रावत, तुमको छीना
तुझ पार्थिव का, हार बने हम
उम्मीद कभी, ये की ना
अपना जीना, किया हमने सफल,
तेरी अंतिम यात्रा में, सज कर
हे विपिन !देश देता श्रद्धान्जलि तुझे
मुझ पुष्प को अँजुरी भर भर कर
- डॉ ब्रजभूषण मिश्र भोपाल