सिम्बायोसिस यूनिवर्सिटी ऑफ एप्लाइड साइंसेज, इंदौर
इंदौर, 21 नवंबर 2024: सिम्बायोसिस यूनिवर्सिटी ऑफ एप्लाइड साइंसेज, इंदौर का 6वां दीक्षांत समारोह आयोजित हुआ, जिसमें छात्रों की शैक्षणिक उपलब्धियों को सम्मानित किया गया। इस कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य कौशल-आधारित शिक्षा के प्रति विश्वविद्यालय की प्रतिबद्धता को प्रदर्शित करना था।
इस अवसर पर मध्य प्रदेश के माननीय मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित रहे। जल संसाधन मंत्री श्री तुलसी सिलावट, MPPURC के चेयरमैन श्री भरत शरण सिंह विशिष्ट अतिथि के रूप में कार्यक्रम में शामिल हुए। इसके अतिरिक्त, विश्वविद्यालय के प्रो-चांसलर डॉ. स्वाति मुजुमदार, कुलपति प्रोफेसर (डॉ.) विनीत के. नायर, और रजिस्ट्रार ब्रिगेडियर अनमित्रा सामंता ने भी अपनी उपस्थिति दर्ज कराई और छात्रों को सम्मानित किया।
इस दीक्षांत समारोह में 238 छात्रों को उनके समर्पण और उत्कृष्ट उपलब्धियों के लिए सम्मानित किया गया। ये छात्र विभिन्न अकादमिक कार्यक्रमों जैसे स्कूल ऑफ बैंकिंग, फाइनेंस और इंश्योरेंस, स्कूल ऑफ रिटेल मैनेजमेंट, स्कूल ऑफ कंप्यूटर साइंस एंड इंफॉर्मेशन टेक्नोलॉजी, स्कूल ऑफ डिजिटल मीडिया एंड मार्केटिंग, और स्कूल ऑफ मेकाट्रॉनिक्स से स्नातक हैं।
मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा है कि आज किताबी ज्ञान भले ही पूरा हुआ हो परंतु दीक्षांत के बाद स्वाध्याय, मनन और चिंतन सतत् जारी रहना चाहिए। उन्होंने विद्यार्थियों को मंत्र दिया कि “यही समय है – सही समय है।” मुख्यमंत्री डॉ. यादव गुरूवार को इंदौर में सिबायोसिस स्किल यूनिवर्सिटी के छठवें दीक्षांत समारोह को संबोधित कर रहे थे।
मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि बदलते दौर में भारत में बहुत से उल्लेखनीय काम हो रहे हैं। प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में देश निरंतर आगे बढ़ रहा है। हमारी नई पीढ़ी तकनीकी रूप से दक्ष बने और देश के विकास और समग्र मानव समाज के कल्याण में अपना योगदान सुनिश्चित करें। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने इज़राइल का उदाहरण देते हुए कहा कि तकनीकी ज्ञान के बल पर ही इज़राइल ने अनेक चुनौतियों से पार पाया है। हमें भी अपनी क्षमता और तकनीकी दक्षता को शिखर तक ले जाना होगा। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि नैतिकता सदा ही सर्वोपरि है। शिक्षा के साथ संस्कारों की दीक्षा भी ज़रूरी है। मुख्यमंत्री ने दीक्षांत समारोह में उपाधि प्राप्त करने वाले सभी विद्यार्थियों को बधाई दी और जीवन में आगे बढ़ने की शुभकामनाएं दी।
छात्रों की मेहनत, लगन और सीखने की इच्छा का ही परिणाम है कि समारोह में सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करने वाले छात्रों को चांसलर गोल्ड मेडल और प्रोग्राम टॉपर अवॉर्ड से सम्मानित किया गया।
कौशल-आधारित शिक्षा और महिलाओं के सशक्तिकरण:
सिम्बायोसिस यूनिवर्सिटी ऑफ एप्लाइड साइंसेज, इंदौर अपने कौशल-आधारित और उद्योग-केंद्रित पाठ्यक्रमों के लिए प्रसिद्ध है। यह विश्वविद्यालय छात्रों को व्यावसायिक चुनौतियों का सामना करने और सफलता प्राप्त करने के लिए आवश्यक व्यावहारिक ज्ञान और तकनीकी कौशल प्रदान करता है। लड़कियों के लिए विशेष रूप से रोजगार-केंद्रित पाठ्यक्रम प्रदान कर रहा है, जिससे उच्च शिक्षा और पेशेवर कार्यक्षेत्र में लैंगिक समानता को प्रोत्साहन मिल रहा है। विश्वविद्यालय ने इस दिशा में विशेष कदम उठाए हैं, जिनका उद्देश्य महिलाओं को न केवल उच्च शिक्षा प्राप्त करने में सहायता करना है, बल्कि उन्हें रोजगार के लिए आवश्यक कौशल और आत्मनिर्भरता भी प्रदान करना है।
नवाचार और शिक्षा का संगम :
सिम्बायोसिस इंदौर ने प्रायोगिक शिक्षा के माध्यम से शिक्षा और उद्योग के बीच की खाई को पाटने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। विश्वविद्यालय की आधुनिक सुविधाएं, अनुभवी फैकल्टी, और उद्योग साझेदारी छात्रों को शैक्षणिक और व्यावसायिक दोनों क्षेत्रों में उत्कृष्टता प्राप्त करने में सहायक हैं।