धुएं का असर पहुंचा 9 देशों तक, कई जगह हो सकता इसका खतरनाक प्रभाव
अमेजन जंगल जल रहा है और ऐसे न हज़ारों किस्म के पशु पंछी- जानवर इस आग में मरे गए है लेकिन अभी तक फ़िलहाल कोई बड़ी रहत नहीं है। धरती के फेफड़े कहे जाने वाले अमेजन के जंगल लगातार धधक रहे हैं। पिछले एक दशक में पहली बार ब्राजील में अमेजन के वर्षा वनों में इतनी भीषण आग लगी है। अंतरराष्ट्रीय स्तर पर इस आग को लेकर चिंता जाहिर की जा रही है। इस आग से निकलने वाले धुएं का असर दक्षिणी अमेरिका के 9 देशों में देखने को मिल रहा है।
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार वहीं फ्रांस में आयोजित जी-7 सम्मेलन में ब्राजील के अमेजन की जंगल में लगी आग बुझाने के लिए कुल 22 मिलियन डॉलर (157 करोड़ रुपये) की राशि देने पर सहमति बनी थी। ब्राजील ने इस सहायता राशि को लेने से इनकार कर दिया। ब्राजील के राष्ट्रपति जायर बोल्सोनारो के चीफ ऑफ स्टाफ ओनिक्स लोरोंजोनी ने सोमवार को इस बात की जानकारी दी। ब्राजील के राष्ट्रपति ने फ्रांस के राष्ट्रपति द्वारा जी-7 सम्मेलन में अमेजन की जंगलों में लगी आग पर चर्चा करने पर आपत्ति जताई थी।
आग ने बढ़ाई चिंताएं:
बता दें कि नासा का एटमास्फेरिक इंफ्रारेड साउंडर (एयर्स) सैटलाइट पिछले तीन दिनों से अमेजन के जंगलों में लगी आग से निकल रही जहरीली गैस कार्बन मोनोऑक्साइड का आंकलन कर रहा है। ये गैस 18 हजार फुट की ऊंचाई पर एकत्र हो रही है। यह ऊंचाई नेपाल के माउंट काला पत्थर और तंजानिया के किलिमंजारो के बराबर है। हवा के साथ कार्बन मोनोऑक्साइड गैस लंबी दूरी तय कर सकती है। यह एक महाद्वीप से दूसरे महाद्वीप की वायु को प्रभावित करने में सक्षम है। यह वायुमंडल में करीब एक महीने तक मौजूद रह सकती है।
मध्य अफ्रीका का बुरा हाल
अमेजन के जंगलों की आग ने सबको परेशान कर दिया है वहीं नासा के एक मैप ने चिंताएं और भी बढ़ा दी हैं। मैप में दिखाया गया है कि सब सहारा अफ्रीका के जंगल भी धधक रहे हैं और इससे धरती को काफी नुकसान हो रहा है।
पढ़े इससे सम्बंधित:
बचा लीजिए जलते अमेजन जंगल को, नहीं तो मर जायेंगे दुर्लभ जानवर!