Share Facebook Twitter LinkedIn WhatsApp Post Views: 265 अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस पर विशेष नारी तुम प्रेम हो, आस्था हो, विश्वास हो, टूटी उम्मीदों की एकमात्र आस हो, हर जान की तुम्हीं तो आधार हो, नफरत की दुनिया में, केवल प्रेम तुम हो, उठाओ अपने अस्तित्व को संभालो, सिर्फ एक नहीं हर दिन स्वेता