प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में पिछले साल नई दिल्ली में हुए जी20 शिखर सम्मेलन में भारत दुनिया की एक प्रमुख आवाज बन कर उभरा था। अब इटली में जी7 शिखर सम्मेलन में भी मोदी के संबोधन को विश्व नेताओं ने भरपूर सम्मान दिया। सम्मेलन के बाद भारत के समावेशी दृष्टिकोण को एक बार फिर रेखांकित करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा है कि दुनिया की भावी पीढ़ियों के लिए बेहतर विश्व का निर्माण हमारा लक्ष्य है।
उनका कहना है कि हमारा उद्देश्य विभिन्न विषयों पर ऐसा समाधान तैयार करना है जिससे वैश्विक समुदाय को लाभ हो कभी विश्वगुरु की उपाधि से विभूषित भारत उसी परंपरा को आगे बढ़ाते हुए हमेशा ही पूरे विश्व के कल्याण और उसकी उन्नति का प्रबल पक्षधर रहा है। यही कारण है कि अनेक देशों में जब विपदाएं आईं तो वह उनके कंधे से कंधा मिलाकर खड़ा रहा। जी7 शिखर सम्मेलन की एक सफलता यह भी रही कि इसमें भाग लेने वाले नेताओं के साथ पीएम मोदी की अलग से सार्थक वार्ताएं हुई जिससे इन देशों के साथ भारत के साझेदारीपूर्ण संबंध और गहरे हुए हैं।
इस तरह स्पष्ट होता है कि विश्व मंचों पर भारत का सम्मान और उसकी स्वीकार्यता काफी तेजी के साथ बढ़ रही है और दुनिया भर के नेता महत्वपूर्ण विषयों पर भारत के विचार जानने के लिए उत्सुक हैं। जहां एक तरफ आर्थिक क्षेत्र में देश के कदम तेजी के साथ आगे बढ़ रहे हैं और वह दुनिया में पांचवें नंबर पर पहुंच गया है तो वहीं एक राजनीतिक शक्ति के रूप में भी वह तेजी के साथ अपना अग्रणी स्थान बना रहा है। यह भारतीय नेतृत्व की सधी हुई और संतुलित सोच का ही परिणाम है। उम्मीद की जानी चाहिए कि आने वाले दिनों में भी यह क्रम बना रहेगा।